गुरजोत सेठी
देवबंद। विश्वविख्यात इस्लामिक शिक्षण संस्था दारुल उलूम के बारे में व्हाट्सएप ग्रुप पर भ्रामक पोस्ट डालकर माहौल खराब करने के प्रयास के मामले में पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मंगलवार को व्हाट्सएप ग्रुप पर दारुल उलूम को लेकर भ्रामक पोस्ट करने के मामले में पुलिस ने मोहल्ला बड़जियाउलहक निवासी सिकंदर अली की तहरीर पर अज्ञात में रिपोर्ट दर्ज की थी। लेकिन अभी तक इस मामले में पुलिस किसी भी व्यक्ति की गिरफ्तारी नहीं कर पाई। इंस्पेक्टर आनंद देव मिश्र का कहना है कि कई नंबरों पर फोन कर भ्रामक पोस्ट के बारे में जानकारी की गई तो पता चला कि यह इंजॉय नामक ग्रुप से फॉरवर्ड किया गया। जब उक्त ग्रुप एडमिन के नंबर को मिलाया गया तो वह लगातार बंद आ रहा है। पुलिस उक्त नंबर के बारे में जानकारी जुटा रही है। बता दें कि उक्त भ्रामक पोस्ट में कुछ फोटो एडिटिंग करके डाली गई हैं। जिसमें कुछ फोटो किसी राज्य से बरामद हथियारों की है, एक फोटो दारुल उलूम का और एक फोटो दारुल उलूम लाइब्रेरी की जांच के दौरान का है। जिसमें कुछ पुलिसकर्मी खड़े हुए दिखाई दे रहे हैं। इतना ही नहीं इनके उपर लिखा गया है देवबंद मस्जिद से बरामद हथियारों का जत्था।