सिटीवेब/अरविंद सिसौदिया।
नानौता। वेलेंटाइन वीक में गुलाब का अपना महत्व है। पहले दिन से शुरू होकर आखिरी दिन तक गुलाब की मांग सबसे अधिक रहती है। इसीलिए तो कहा गया है कि बेरुखी के आलम में कुछ अपने अनमोल प्यार को भी भुला देते है, अरे प्यार की सीख लेनी हो तो इन बेजुबान गुलाबों से सीखों जो खुद साख से अलग होकर भी दो दिलो को मिला देते है।
वेेलेंटाइन डे का तीसरा दिन यानि रविवार चाॅकलेटी डे के रुप में मनाया जायेगा। इसके लिए जहंा जानी मानी कंपनियों की पौबारह होगी। तो वहीं दो दिलों में चाॅकलेट प्यार घोेलेगी। इस दिन के लिए जहंा शहरों और कस्बों में चाॅकलेट की दुकानें किसी पर्व की तरह सजायी जायेगीं तो वहीं हर दिल चाॅकलेट के बहाने अपने दिल को दूसरे के दिल में लाॅक करने की कोशिश करेगा। विशेष बात यह है कि वेलंेटाइन वीक में युवा वर्ग की सबसे अधिक भीड रेस्तंरा, माॅल व फूलो की दुकानों के आसपास सबसे अधिक देखी जा सकती है।
चाॅकलेट दुकानदारों सरोज जैन, पंकज गुप्त, अजय कुमार आदि के अनुसार इस बार लोगों में बढते उत्साह को देखते हुए जानी मानी कंपनियों की चाॅकलेटो के साथ बेल्जियम, डच व हालैंड देशों की चाॅकलेट विभिन्न फ्लेवरो में भी बाजार में आयी है। हांलाकि उनकी कीमत दूसरी चाॅकलेट्स से कुछ मंहगी है। लेकिन प्यार में धडकते दिल इसकी फ्रिक नहीं करते।
मंहगाई के दौर में मंहगा हो गया प्यार -
बदलते दौर में फूल से लेकर गिफ्ट देने की परंपरा ने जन्म ले लिया है। कभी फूल देकर ही काम चला लिया जाता था तो अब रोजडे, प्रप्रोज डे से लेकर चाॅकलेट डे पर कम से कम 250 से लेकर पांच हजार तक के गिफ्ट उपलब्ध है। और हर जंवा दिल अपने प्यार को पाने के लिए मंहगे से मंहगा गिफ्ट देकर इंप्रेस करना चाहता है।