-राजकीय महाविद्यालय में एक दिवसीय शिविर में किया गया अंर्तराष्ट्रीय मानवाधिकार का आयोजन
सिटीवेब/अरविंद सिसौदिया।
नानौता। राजकीय महाविद्यालय में राष्ट्रीय सेवा योजना के तहत एक दिवसीय शिविर का आयोजन किया गया। शिविर में अंर्तराष्ट्रीय मानवाधिकार दिवस के बारे में विस्तारपूर्वक छात्र-छात्राआंे को अवगत कराया गया।
शिविर में मुख्य वक्ता डा. योगेन्द्र कुमार ने मानवाधिकार दिवस के आयोजन का इतिहास बताते हुए कहा कि वर्ष 1948 में संयुक्त राष्ट्र की महासभा में मानवाधिकार पर घोषणा पत्र अंगीकृत किया गया था। इसके बाद 1950 से प्रत्येक वर्ष सभी देशो द्वारा इसका आयोजन किया जाता है। उन्होनें बताया कि मानवाधिकार मनुष्यों को नैसर्गिक रूप से प्राप्त अधिकार है। जो उन्हें गरिमापूर्ण जीवन जीने की आजादी प्रदान करता है। मानवाधिकार के उल्लंघन से संबधित मामलो की शिकायत राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग को उसकी बैबसाइट पर अथवा लिखित रूप से की जा सकती है। देश में मानवाधिकारों को सुरक्षित रखने की जिम्मेदारी कार्यपालिका, विधायिका व न्यायपालिका की है। शिविर में एनएसएस कार्यक्रम अधिकारी डा. कुलदीप सिंह, डा. इन्दू, डा. गरिमा चैधरी, आदि ने भी संबोधित किया। इस दौरान डा. प्रविन्द्र कुमार, डा. मनीष कुमार, डा. अजयबिंद, श्रीमति रीना आर्या, संदीप कुमार, विनोद कुमार, विवेक कुमार व गोविंदा आदि उपस्थित रहे।