सिटीवेब/अरविंद सिसौदिया।
नानौता। नानौता के ग्राम ठसका में रामपुरी राजवाहा टूटने से करीब सैंकडो बीघा गेहूं, गन्ना और सरसों की फसल जलमग्न होने से बर्बाद हो गई। राजवाहा टूटने से किसानों में विभागीय अधिकारियों के प्रति गुस्सा है। पीडित किसानों ने मुआवजे की मांग के साथ ही पटरी टूटने के स्थान को पक्की कराए जाने की मांग की है।
ग्रामीणों रामपाल शर्मा, समयसिंह, भूषण सिंह, शेरसिंह, मुल्कीराज, साहबसिंह, जोनी, मुकेश, डा. तौफीक, रफीक, सफीक अहमद, सतेन्द्र, सतपाल, श्रवण, अशोक,रामकुमार आदि ने बताया कि राजवाहा टूटने से उनकी खडी फसलें गेहूं, सरसों, गन्ना, हल्दी, बरसीम की करीब 350 बीद्या से भी अधिक फसल बर्बाद हो चुकी है। जबकि राजवाहें की पटरी टूटने का मुख्य कारण नहर की सफाई के दौरान पटरी में सोरी (सुराख) होना बताया जा रहा है। किसानों का आरोप है कि विभागीय अधिकारियों एसडीओ व जेई को इस संबध में कई बार अवगत करा दिया गया है लेकिन कोई कारवाई नहीं हो पाई है। पीडितों ने जिला प्रशासन से उनकी नष्ट हुई फसलों का आंकलन कर उचित मुआवजा दिलाए जाने की मांग की है। इस संबध में सिंचाई विभाग के अधिकारियों का कहना है कि राजवाहें को बंद करा दिया गया है जल्द पटरी को ठीक कराया जाएगा।