- एंबुलेंस सेवा ने गांव-गांव से लाकर गर्भवती महिलाओं की कराई जांच
जितेंद्र मेहरा।
सहारनपुर। प्रधानमंत्री सुरक्षित मातृत्व अभियान के तहत एचआरपी-डे (हाई रिस्क प्रेग्नेंसी डे) पर महिलाओं की केस स्टडी और वर्तमान स्थिति के आधार पर उनकी जांच की गयी और इलाज किया गया। इस बार एंबुलेंस सेवा 102 ने गांव-गांव से गर्भवती महिलाओं को जांच के लिए जिला महिला अस्पताल पहुंचाया। हर महीने नौ तारीख को गर्भवती महिलाओं की निरूशुल्क जांच की जाती है। इसमें सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में गर्भवती महिलाओं की केस स्टडी के हिसाब से जांच कर उनका इलाज किया जाता है। प्राइवेट चिकित्सकों को भी शासन से गाइड लाइन मिली हुई हैं। निजी चिकित्सक शिविर लगाकर एचआरपी डे (हाई रिस्क प्रेग्नेंसी डे) मनाते हैं, यानि गर्भवती महिलाओं की जांच कर उनका इलाज करते हैं। इसमें खास रोल 102 एंबुलेंस सेवा का रहता है। अस्पताल की प्रमुख अधीक्षक डा.अनिता जोशी ने बताया कि शिविर में वजन, बीपी, खून, एचआईवी, थायरॉइड आदि जांचें निरूशुल्क की गईं और दवा दी गई। खून की कमी से बचने के लिए संतुलित आहार और आयरन की गोली लेने की सलाह दी गई। गर्भवती महिलाओं को निर्धारित समय पर जांच करवाने, संस्थागत प्रसव, गर्भावस्था के दौरान होने वाले खतरे के लक्षणों, परिवार नियोजन, वाहन सुविधा, जननी शिशु सुरक्षा योजना की जानकारी दी गई। जिला महिला अस्पताल में 75 गर्भवती महिलाएं एचआरपी (हाई रिस्क प्रेग्नेंसी) से ग्रसित पाई गईं। जिला कोर्डिनेटर सुधांशु सक्सेना ने बताया कि एचआरपी डे पर एंबुलेंस सेवा द्वारा लगभग 350 गर्भवती महिलाओं को जिला अस्पताल में लाकर उनका परीक्षण कराया।