--रामपुर मनिहारान में छाया हुआ बंदर का आतंक
सिटीवेब/तारिक सिद्दकी।
रामपुर मनिहारान। पिछले कई वर्षों से नगर में बंदरों का आतंक और उत्पात बढ़ता जा रहा है। बंदरों की तादाद भी काफी बढ़ चुकी है।पहले दो चार बन्दर एक साथ आते थे अब दर्जनों की संख्या में बन्दर झुंड बना कर निकलने लगे हैं।बंदरों के झुंड लोगों में दहशत पैदा कर रहे हैं। बन्दर इतने उत्पाती हो गए हैं कि घरों के अंदर तक से खाने पीने का सामान व कपड़े उठा ले जाते हैं। यदि कोई बंदरों को भगाने की कोशिश करता है तो बन्दर डर कर भागने की बजाए हमलावर बन जाते हैं।मासूम बच्चों सहित कई लोग बंदरों के हमले में घायल हो चुके हैं। पूर्व चेयरपर्सन अनिल अग्रवाल के कार्यकाल के समय बन्दर पकड़वाए गए थे जिससे लोगों को कुछ राहत मिली थी लेकिन उसके बाद से बंदरों को पकड़ने के लिए किसी भी अधिकारी या विभाग ने कोई प्रयास नहीं किया।
मोहल्ला महाजनान,मोहल्ला कायस्थान, मोहल्ला महल,मोहल्ला सराय, मोहल्ला पिरजादगान, मोहल्ला पिपलतला, मोहल्ला बंजारान, दिल्ली रोड पर बंदरों का आतंक ज्यादा ही है। मोहल्ला कायस्थान में तो बंदरों के खौफ के चलते बच्चे और महिलाओं ने अकेले छतों पर जाना ही बंद कर दिया है। बंदरों के खौफ में जी रहे लोगों को इनसे निजात की कोई राह दिखाई नहीं दे रही है।समाजसेवी अब्दुल कलाम राय,सभासद नदीम अहमद,मुजम्मिल सैफी,दिलशाद अंसारी,अली हसन अंसारी,ऋषभ गुप्ता, तारिक अहमद,जुबैर, इसरार,ओसामा,एडवोकेट तय्यब मंसूरी,फरमान मंसूरी, वैभव गुप्ता, पूर्व सभासद अहसान मलिक,संदीप शर्मा,गालिब हबीब,आस मोहम्मद सैफी,सचिन कुमार आदि ने बंदरों से निजात दिलाए जाने की मांग