नई दिल्ली (28 नवंबर): अक्टूबर महीने के GST कलेक्शन में भारी गिरावट देखने को मिली है। अक्टूबर महीने में टैक्स कलेक्शन लगभग 10 फीसद की गिरावट के साथ 83,346 करोड़ रुपए रहा है। गौरतलब है कि कई वस्तुओं पर GST दर कम किए जाने और नई व्यवस्था को अपनाने में आ रही शुरुआती दिक्कतों के चलते यह गिरावट आई है। इसी के चलते कई अहम प्रावधानों का क्रियान्वयन आगे के लिये टाल दिया गया है।
वित्त मंत्रालय की ओर से जारी किए गए बयान के मुताबिक अक्टूबर महीने में 50.1 लाख व्यवसायियों ने जीएसटी रिटर्न भरा जिससे 83,346 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ। इससे पिछले महीने 92,000 करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ था।
GST कलेक्शन में आई यह गिरावट कई उत्पादों पर जीएसटी दर में की गई कमी के कारण दिखाई दी। इसके अलावा कर प्रशासन इस समय कारोबारियों की स्व:घोषणा के आधार पर ही कर प्राप्तियां कर रहा है। रिटर्न का मिलान, इलेक्ट्रानिक ट्रांजिट परमिट प्रणाली यानी ई-वे बिल और प्रतिकूल शुल्क वसूली जैसे कई प्रावधानों को आगे के लिये टाल दिया गया है। इसके अलावा GST लागू होने के शुरुआती तीन माह में एकीकृत जीएसटी यानी आईजीएसटी के रूप में अतिरिक्त कर वसूली हुई थी। आईजीएसटी के रूप में दिये गये कर को अब माल की अंतिम बिक्री होने पर उसका क्रेडिट लिया गया है। इससे भी कर वसूली में कम रही है।
गौरतलब है कि 1 जुलाई 2017 को वस्तु एवं सेवा कर को पूरे देश में लागू कर दिया गया था जिसमें 1200 से अधिक वस्तुओं और 500 से अधिक सेवाओं पर कर की दरों का निर्धारण किया गया था।