- किसान सगंठन की चेतावनी मंगलवार सुबह 11 बजे तक मांगे पूरी न हुई तो ठप कर देंगे रेलवे लाइन
सिटीवेब/अरविंद सिसौदिया।
नानौता।भारतीय किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठा. पूरणसिंह ने किसान सहकारी चीनी मिल, नानौता प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि यदि किसानों की समस्याओं का आज (मंगलवार) सुबह 11 बजे तक समाधान न हुआ तो दोपहर में किसान संगठन रेलवे लाइन को पूरी तरह से ठप कर देंगे। इस दौरान गुस्साएं संगठन पदाधिकारियों ने मिल गेट पर ताला बंदी कर देने से मिल प्रशासन में हडकंप मच गया। मिल जीएम ने कहा कि किसान हित में मिल को पूरी क्षमता के साथ चलवाए जाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होनें चेतावनी देते कहा कि मिलगेट का ताला तभी खुलेगा जब जिला गन्ना अधिकारी मौके पर पंहुचेगे। समाचार लिखे जाने तक मिल गेट पर तालाबंदी जारी थी। किसान सहकारी चीनी मिल प्रांगण में किसानों की समस्याओं को लेकर भारतीय किसान मजदूर संगठन का धरना-प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी रहा। इस दौरान धरना स्थल पर पंहुचे संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ठा. पूरण सिंह ने कहा कि चीनी मिल द्वारा क्षमता अनुसार पेराई नहीं की जा रही है। किसानों को गन्ना पर्चिया जारी न होने से किसान परेशान हो चले है। खेतों में गेहूं बुआई नहीं हो पा रही है। चीनी मिल की गलती का दंड किसानों को भुगतना पड रहा है। जब तक चीनी मिल पूरी तरह से चलने की स्थिती में नहं आता तब तक किसानों को पर्ची जारी कर गन्ना लेकर मिल प्रशासन को दूसरी जगह पर डायवर्ट किया जाएं। इसकी पूर्ण जिम्मेदारी मिल प्रशासन की है। इसके अलावा गन्ने का बकाया भुगतान आज तक नहीं कराया गया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष ठा पूरण सिंह व जिलाध्यक्ष अजब सिंह ने कहा कि ब्वाॅयलर की ट्यूब फटने के दौरान लापरवाही बरतने वाले कर्मचारियों पर अभी तक कारवाई क्यों नहीं की गई। उनके खिलाफ तुंरत कारवाई की जाएं।
-किसान संगठन ने की मिल गेट पर तालाबंदी -
किसान संगठन के पदाधिकारियों ने किसानों के मुद्दे पर चीनी मिल के प्रशासनिक अधिकारियों से नाराज होकर मिल के मुख्य गेट पर तालाबंदी कर डाली। किसान संगठन द्वारा मिल गेट बंद कर किसी भी वाहन को अंदर नहीं जाने दे रहे थे। करीब दोपहर 3 बजे हुई तालाबंदी समाचार लिखे जाने तक जारी थी।
-क्या बोले चीनी मिल अधिकारी -
चीनी मिल जीएम डा. प्रंशात कुमार ने बताया कि किसानों को पर्ची इसीलिए जारी नहीं की गई थी क्योंकि मिल खराबी के दौरान यार्ड में पहले से ही 50 हजार कुंतल उपलब्ध था। जिसकी पेराई की जा रही है। जबकि आज (सोमवार) ही 33 हजार कुंतल का इंडेट 20 हजार सैंटर व 13 हजार गेट के लिए जारी कर दिया गया है। इसके अलावा ब्वाॅयलर की ट्यूब फटने की लापरवाही बरतने वाले पंाच लोगों पर विभागीय कारवाई की गई है उनका निलंबन कर चार्जशीट जारी कर दी गई है। उन्होनें कहा कि किसान हित के लिए मिल को जल्द से जल्द अधिक क्षमता के साथ चलवाने का प्रयास किया जा रहा है। जबकि मिल ब्वायलर ट्युब बदलवाने में करीब 8-10 दिन का समय लगेगा।
-मिल प्रशासन हुआ कर्मचारियों पर सख्त -
चीनी मिल प्रशासन ब्वाॅयलर ट्यूब फटने की घटना के बाद सख्त हो गया है। जहां मिल प्रशासन ने मिल के अंदर काम करने वाले सभी कर्मचारियो व वर्करों के मोबाइल ले जाने पर पूरी तरह से बैन लगा दिया है। तो वहीं घटना के बाद ही मिल ब्वाॅयलर के आसपास सीसीटीवी कैमरे भी लगवा दिए है। चीनी मिल मुख्य अभियतंा जिसका कारण वर्कर मोबाइल में न लगकर अपने काम पर ध्यान देंगे।
-जनेरेटर से चीनी मिल पर बढा बोझ -
चीनी मिल मुख्य अभियंता संदीप गुप्ता ने बताया कि चीनी मिल में जिस ब्वाॅयलर के लिए जेनरेटर बाहर से मंगवाया गया है वह प्रति घंटा 150 लीटर डीजल खत्म करने की क्षमता रखता है। जिसके चलते पूरे 24 घंटे में करीब ढाई लाख रूपए रोजाना डीजल की खपत हो रही है। जबकि जनेरेटर का महीने का किराया 5 लाख रूपए है।