सहारनपुर। जम्मू कश्मीर से धारा 370 और 35 ए खत्म किए जाने के राष्ट्रपति के अध्यादेश पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए गदगद हुए योग गुरु स्वामी भारत भूषण ने इसे देशहित में राजनैतिक इच्छा शक्ति का अनुपम उदाहरण बताया। कहा कि मात्र एक माह पहले मेरा लेह लद्दाख जाकर कश्यप ऋषि की तपस्थली कश्मीर की माटी को माथे लगाना आज सार्थक हो गया। उन्होंने कहा कि कश्मीर वासी सही अर्थों में आजादी और अपने भारतीय होने का आनंद अब ले पाएंगे। धारा 370 और 35 ए के हटने से निसंदेह अब अलगाववाद और पाक परस्ती का पोषण करने वाले लोगों के दिन लद जाएंगे जो कश्मीरियों को राष्ट्रीय धारा से अलग रखते हुए पिछले 70 सालों से सिर्फ अपना उल्लू सीधा करने में लगे हुए थे। एक देश एक झंडा और एक कानून लागू होने से अब भेदभाव खत्म करके पूरा भारत एक हो गया है। यह हमारे राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृहमंत्री अमित शाह के साथ साथ उनकी पूरी सरकार और राज्यपाल की दूरदर्शिता व विवेक का ही नतीजा है कि आज निरर्थक समस्या को उसके अंजाम तक पहुंचाया गया है। अलगाववादियों और स्वार्थी राजनीतिक शक्तियों के ऊपर सही मायने में इस अध्यादेश से बम फूटा है। देश को एक सूत्र में पिरोए रखने और उसे दुनिया का सिरमौर बनाने के लिए अभी बहुत कुछ होना बाकी है। इस बारे में जिक्र करते हुए योग गुरु भारत भूषण कहते हैं कि मुझे कोई भी आश्चर्य नहीं है, मैंने प्रधानमंत्री बनने से पूर्व ही नरेंद्र मोदी जी को युगपुरुष यूं ही नहीं कह दिया था। मैंने उनके साथ हुई हर मुलाकात में उन्हें एक आध्यात्मिक तपस्वी महामानव के रूप में ही देखा है जो देश को खोया गौरव लौटाने के लिए आए हैं और उनका देश प्रेम, नेक नियत, सेवाभाव व देश हित में सही समय पर सही निर्णय लेने की दक्षता असंदिग्ध है।