एसएल कश्यप
सहारनपुर। शुक्रवार को श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का पर्व धूमधाम से मनाया गया। 14 वर्षां बाद श्रीकृष्ण जन्माष्टमी का महासंयोग रोहणी नक्षत्र में बनने से पर्व की महत्ता और अधिक बढ़ गई। बड़ी संख्या में लोग कान्हा के जन्म की खुशियां में शामिल हुए। महानगर के अधिकतर लोगों ने श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर घरों की साफ सफाई के बाद व्रत रखे और लड्डू गोपाल का पालना सजाया। घरों में अलग-अलग तरह के पकवान बनाये गये। रात 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण को भोग लगाने के बाद व्रत खोला गया।
कान्हा के आइटमों से सजे बाजार
सहारनपुर। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की खुशियां में बाजार भी पूरी तरह सजे रहे। श्रद्धालुओं ने दुकानों पर लड्डू गोपाल की प्रतिमाएं, पोशाक, मुकुट, बांसुरी से लेकर हिंडोले तक खरीदे। इस दौरान लकड़ी, मेटल और चांदी के हिंडोले, वृंदावन की पगड़ी, राजकोट से विशेष झूला, बांसुरी और रेशम का गद्दा, तकिया, मोरपंख, मुकुट, मोतियों की माला ग्राहकों को लुभा रही थी। 20 रुपये से लेकर 250 रुपये तक पोशाक ज्यादातर दुकानों पर उपलब्ध है। वहीं ड्रेस से लेकर बांसुरी तक का पूरा सेट 100 रुपये से 400 रुपये के बीच मिला। मूर्ति विक्रेताओं, किराना से लेकर पूजन सामग्री बेचने वालों के पास ग्राहकों की भीड़ लगी रही। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर खरीदारी करने पहुंचे डा.सुशील भारद्धाज ने बताया कि उत्सव मनाने से बच्चे संस्कारवान बनते हैं। हमें भगवान श्रीकृष्ण के आदर्शां को अपनाना चाहिए।
बच्चों में कृष्णा बनने का रहा जुनून
सहारनपुर। जन्माष्टमी पर बच्चां के अंदर श्रीकृष्ण बनने का जुनून रहा। घर-घर व गलियों में छोटे-छोटे बच्चे कृष्ण और राधा के रूप में सजे दिखे। विभिन्न स्कूलों में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर फैंसी ड्रेस कम्पीटिशन का आयोजन किया गया। इस दौरान अधिकतर बच्चे राधा व कृष्ण के वेश में लोगों के आकर्षण का केंद्र बने। आदित्य की मदर जया व दिवांश की मदर शालू ने बताया कि श्रीकृष्ण जन्माष्मी खुशियों का पर्व है। हर परिजन चाहते हैं कि उनके बच्चे राधा-कृष्ण की तरह दिखें।
दुल्हन की तरह सजे मंदिर
सहारनपुर। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी पर मंदिर व शिवालयों को दुल्हन की तरह से सजाया गया था। प्राचीन सिद्धपीठ श्री भूतेश्वर मंदिर, श्री बागेश्वर महादेव मंदिर, रानी बाजार स्थित श्री पातालेश्वर महादेव मंदिर, श्री पाठेश्वर मंदिर, घंटाघर स्थित श्री हनुमान मंदिर, चंद्रनगर स्थित शिव मंदिर, आवास विकास स्थित हरि मंदिर, कोर्ट रोड स्थित श्री नारायणपुरी मंदिर के अलावा अधिकतर सभी मंदिरों में लाइटिंग की जबरदस्त व्यवस्था की गई थी। शाम होते होते मंदिरों में भारी भीड़ उमड़ने लगी। इस दौरान पूरा महानगर कृष्णमय हो गया।