लोकेशन भी होती रहेगी ट्रेस, नहीं चलेगी बहानेबाजी
एसएल कश्यप।
सहारनपुर। सरकारी एंबुलेंस के चालकों का अब कोई बहाना नहीं चलेगा। उनकी हाजिरी तभी लगेगी, जब वह एंबुलेंस के अंदर दाखिल होंगे। सभी सरकारी एंबुलेंस में बायोमैट्रिक मशीन लगाई जा रही है। चालक रोजाना अपनी ड्यूटी के समय बायोमैट्रिक मशीन से ही हाजिरी लगाएंगे। उसके बिना उनकी उपस्थिति दर्ज नहीं होगी। इतना ही नहीं, एंबुलेंस में लगे जीपीएस को चालक के मोबाइल पर अपलोड एप्लीकेशन से कनेक्ट किया जाएगा। इससे दोनों की लोकेशन एक साथ दिखेगी। चालकों, ईएमटी और अन्य स्टाफ को प्रशिक्षण भी दिया गया है। शासन ने मोबाइल और बॉयोमैट्रिक मशीनें भेज दी हैं।
सरकारी एंबुलेंस सेवा को और पुख्ता, तेज करने की कवायद चल रही है। इसी क्रम में चालकों को अधिक अनुशासित किया जा रहा है। कई जिलों से लगातार शिकायत आ रही थीं कि चालक ड्यूटी पर ही नहीं आते और एंबुलेंस खराब होने का बहाना बना देते हैं। ऐसी शिकायतें बढ़ने पर अब चालकों की हाजिरी बायोमैट्रिक मशीन से लगाने का निर्णय लिया गया है। एंबुलेंस में बायोमैट्रिक मशीन रहेगी, चालक उसी से हाजिरी लगाएंगे । बायो मैट्रिक मशीन के साथ ही चालकों को एक-एक मोबाइल भी दिया गया है। इसमें अपलोड एप्लीकेशन के जरिये चालक और एंबुलेंस की पल-पल की लोकेशन लखनऊ में कंट्रोल रूम में देखी जा सकेगी। मंगलवार को डिस्ट्रिक प्रोग्राम मैनेजर प्रमोघ ममगैन और डिस्ट्रिक को-आर्डिनेटर सुधांशु सक्सेना ने सभी एंबुलेंस कर्मचारियों को मोबाइल और बायोमैट्रिक से हाजिरी लगाने का प्रशिक्षण दिया। जनपद में 108 एंबुलेंस की संख्या 33 और 102 की 29 गाड़ियां हैं, जबकि एडवांस लाइफ सपोर्ट की तीन एंबुलेंस हैं। अब इन सभी में बायोमैट्रिक मशीन से हाजिरी लगाई जाएगी।