जितेंद्र मेहरा।
सहारनपुर। अखिल भारतीय रोहिला क्षत्रिय महासभा ने जिला जेल को राजकीय संग्राहलय के रूप में स्थापित किये जाने की मांग की। ऐसा नहीं होने पर महासभा ने आंदोलन की चेतावनी दी है।
शनिवार को अखिल भारतीय रोहिला क्षत्रिय महासभा का एक प्रतिनिधि मंडल कलक्ट्रेट पहुंचकर डीएम के माध्यम से एक ज्ञापन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को प्रेषित किया। इस मौके पर राष्ट्रीय संरक्षक सेवाराम रोहिला ने कहा कि इस देश में उनके पूर्वजों की अनेक धरोहरों पर कब्जा है। कहा कि आज रोहिला किला जो कारागार में तब्दील है, अपने पुराने अस्तित्व को खो चुका है। यह प्राचीन रोहिलाओं का किला है। उन्होंने जिला जेल को कहीं ओर स्थानांतरित कराकर पुराने स्वरूप व राजकीय संग्राहलय के रूप में स्थापित किया जाये, जिससे महापुरूषों के किये कार्याें की याद पुनः ताजा हा सके। यदि ऐसा नहीं हुआ तो रोहिला राजपूत समाज किसी भी आंदोलन से पीछे नहीं हटेगा। जिलाध्यक्ष प्रदीप रोहिला ने भाजयुमो के जिला उपाध्यक्ष योगेश रोहिला के साथ भाजपा जिलाध्यक्ष द्वारा लगाये गये आरोप को तथ्यहीन बताया। आरोप वापस नहीं लिये जाने पर गंगोह विधानसभा के उपचुनाव में इसके परिणाम भुगतने की चेतावनी दी। ज्ञापन देने वालों में डा.राकेश रोहिला, अवनीश रोहिला, बिजेंद्र रोहिला, शीषपाल रोहिला, डा. वेदपाल रोहिला, अमरनाथ रोहिला, विजय रोहिला, सुभाष रोहिला, श्रवण कुमार आदि शामिल रहे।