जितेंद्र मेहरा।
सहारनपुर। जनपद के रामपुर मनिहारान विकासखंड के घाटेड़ा समेत अन्य आंगनबाड़ी केंद्रों पर गोद भराई दिवस मनाया गया। शुक्रवार को 12 केंद्रों पर गर्भवती महिलाओं की गोद भराई की गई। जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा त्रिपाठी ने बताया कि गर्भवती महिलाओं को पोषण के संबंध में आवश्यक टिप्स दिए गए। इसमें बताया गया कि गर्भधारण से लेकर बच्चे के जन्म होने तक नियमित रूप से स्वास्थ्य की जांच करानी चाहिए और यदि रक्त में हीमोग्लोबिन की कमी है तो आयरन की गोलियों का सेवन करना चाहिए। गर्भवती महिलाओं को सलाह दी गई कि वह घर में पौष्टिक आहार का नियमित रूप से सेवन करें, ताकि होने वाला शिशु स्वस्थ रहे। इसी के साथ यह भी बताया गया कि पैदा होने वाले शिशु के लिए मां का दूध बहुत जरूरी है। इसलिए पैदा होने से छह माह तक स्तनपान अवश्य कराएं। इससे शिशु में रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी। पौष्टिक आहार में आयरन से भरपूर खाद्य पदार्थ और सब्जियों का समावेश होना चाहिए। हरी और पत्तेदार सब्जियां ज्यादा लाभदायक होती हैं। इससे एनीमिया से बचा जा सकता है। अगर नियमित भोजन संतुलित रहेगा तो रक्त की कमी कतई नहीं होगी और पेट में पलने वाला शिशु स्वस्थ और कुपोषण से मुक्त होगा। बच्चे को कुपोषण से बचाने के लिए मां का स्वस्थ रहना अत्यंत जरूरी है। इसमें पौष्टिक और संतुलित भोजन का संचयन और प्रयोग अति आवश्यक है। सलाह दी गई कि गर्भवती महिलाएं दिन में 2 घंटे आराम अवश्य करें। कहा गया कि स्वच्छता का विशेष ध्यान रखें। समय-समय पर ग्राम स्वास्थ्य पोषण दिवसों में अपने स्वास्थ्य की जांच कराते रहें, जिसमें रक्त परीक्षण, ब्लड प्रेशर की जांच जरूरी होती है। उन्हें सलाह दी गयी कि प्रसव हमेशा संस्थागत ही कराएं। घाटेढ़ा केंद्र पर हुए गोद भराई कार्यक्रम में जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा त्रिपाठी स्वयं उपस्थित रहीं। उन्होंने पौष्टिक आहार से भरी टोकरी गर्भवती महिलाओं को वितरित कीं। इस मौके पर प्राथमिक विद्यालय घाटेढ़ा की प्रधानाध्यापिका समेत अन्य समस्त शिक्षिकाएं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के अलावा मुख्य सेविका कुसुमलता भी उपस्थित रहीं।