सहारनपुर। जमीयत उलेमा हिन्द पदाधिकारियों ने फिल्म आईशा पर रोक लगाते हुए वसीम रिजवी के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की मांग की गई। गुरुवार को जमीयत उलेमा हिन्द के प्रतिनिधि मंडल ने डीएम की अनुपस्थिति में एडीएम को एक ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर जामा मस्जिद प्रबंधक मौलवी फरीद ने शिया वक्फ बोर्ड के चेयरमैन वसीम रिजवी के द्वारा हजरत आयशा पर फिल्म बनाने की सख्त निंदा करते हुए फौरी तौर पर पाबंदी लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि फिल्म आयशा में वसीम रिजवी का पूरा किरदार ही इस्लाम और मुसलमानों को बदनाम करने का है। आरोप लगाया कि वसीम रिजवी ने हमेशा इस्लाम की जड़ों को खोखला करने की कौशिशे की है। उन्होंने कहा कि वसीम रिजवी द्वारा हजरत आयशा पर बनाई गई फिल्म पर तुरंत पाबंदी लगायी जाये । वसीम रिजवी के खिलाफ सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाये। ज्ञापन देने वालों में हाजी एम. शाहिद जुबैरी, मौलाना साजिद काशफी, कारी मौहम्मद नासिर, मौलाना सैय्यद जुनैद, अब्दुल कय्यूम, नदीम अंसारी, हाजी बहार खां, दिलशाद अहमद, समीर खान आदि मौजूद रहे।