फाटो 3
नागल। परिवहन विभाग की सख्ती के बावजूद स्कूल संचालक नियमों व कानूनों की धज्जियां उड़ाने से बाज नहीं आ रहे हैं। क्षेत्र के स्कूल संचालक चंद रुपयों के लालच में नौनिहालों के जीवन से खिलवाड़ करने से भी नहीं चूक रहे हैं। बच्चों को देहात से स्कूल वैन के बजाय आॅटो में भेड़ बकरियों की तरह ठूंसकर लाया जा रहा है। यही नहीं अभिभावकों के शिकायत के बाद भी मामले को गंभीरता से नहीं लिया जा रहा है।
कुछ स्कूल संचालकों नें देहात क्षेत्र से बच्चों को लाने व ले जाने में स्कूल वाहनों के स्थान पर आॅटो लगा रखे हैं। जिनमें 25 से 30 बच्चे भेड़ बकरियों की तरह भरकर लाए जा रहे हैं।
अभिभावक लाखन, महेश, रवि, राजू, पिन्नू, विक्रम व संजय नें बताया कि स्कूल संचालक ने बच्चों के एडमिशन के समय आश्वासन दिया गया था कि बच्चों को स्कूल वैन से लाया व ले जाया जाएगा। लेकिन आॅटो से बच्चों को मंगाया जा रहा है। इस भीषण गर्मी व बरसात के मौसम में बच्चों की बुरी हालत हो जाती है, एक आटो में 25 से 30 बच्चों को भेड़ बकरियों की तरह ठूंसकर भर दिए जाते हैं जबकि स्कूल बसों के नाम पर उनसे मोटा शुल्क लिया जाता है।
एआरटीओ आरपी मिश्रा का कहना है कि कस्बे में कई बार छापेमारी की गई। स्कूली वाहनों के चालान भी किये गए। संचालकों को भी चेतावनी दी थी कि सरकार बच्चों की सुरक्षा के प्रति गंभीर है बिना प्रपत्रों के अनफिट वाहन चलने नहीं दिया जा रहा है। जिस पर स्कूल संचालकों ने अपने सभी वाहन हटाकर उनके स्थान पर ईरिक्शा व आॅटो लगा दिए। जिनमें बच्चों को भेड़ बकरियों की तरह ठूंस कर लाया और ले जाया जा रहा है।