सिटीवेब/सुरेंद्र अरोड़ा।
सहारनपुर। हरियाणा के किसानों द्वारा यूपी के किसानों की जमीन जबरन जोतने का प्रयास पर संघर्ष हो गया। संघर्ष में 2 किसान घायल हो गए। घायलों को हरियाणा के किसानों को करनाल और यूपी के किसानों को सीएचसी में भर्ती कराया गया। सूचना पर पहुंची पुलिस हरियाणा के किसानों का ट्रैक्टर टीलर कोतवाली ले आई। जबकि कब्जा करने वाले हरियाणा के किसान मौके से फरार हो गए। मामले की तहरीर कोतवाली में दी गई है।
गंगोह कोतवाली क्षेत्र के यमुना खादर में बरसात के बाद यमुना नदी खेत की जमीन को मिला देती है। इसके चलते यूपी और हरियाणा के किसानों के बीच कई वर्षो से संघर्ष होता आ रहा है। मंगलवार को गंगोह क्षेत्र के गांव उमरपुर निवासी मामचंद की जमीन हरियाणा के गांव शेरगढ़ टापू में बताई जाती है। शेरगढ़ टापू के किसानों की जमीन यूपी सीमा से सटी हुई है।हरियाणा के किसानों ने उक्त जमीन को अपनी बताकर उस पर जुताई का काम शुरू कर दिया। जिसकी सूचना यूपी के गांव उमरपुर निवासी किसानों को पता चली तो वह इसका विरोध करने मौके पर पहुंच गए। जिसे लेकर दोनों ही ओर के किसानों में संघर्ष हो गया। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले को शांत कराया और पुलिस हरियाणा के किसानों का ट्रैक्टर अपने साथ कोतवाली ले आई। इसी बीच संघर्ष में घायल हुए अमित को गंगोह पीएचसी में भर्ती कराया गया। जबकि हरियाणा के किसान संजीव को करनाल में किसी सरकारी सरकारी अस्पताल में भर्ती कराया है। गांव उमरपुर निवासी किसान अमित ने 6 लोगों के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी है। उधर एसडीएम नकुड पूरण सिंह राणा का कहना है इस गांव का विवाद पूर्ण रूप से समाप्त हो चुका है। जिस का रिकॉर्ड बनाया जा रहा है यदि ऐसी कोई समस्या आई है तो मौके पर पैमाइश करा कर मामले का समाधान किया जाएगा विभाग जो पिछले 41 वर्षों में नहीं कर पाए वह जल्द ही इसका समाधान करेगा।