सहारनपुर। कोर्ट रोड ओवर ब्रिज पुल पर बने टावर के बाद अब जिला मुख्यालय की टंकी भी न्याय न मिलने पर फरियादियों के लिए पनाहगार बन गई है। विगत् दिनों एक युवती की बरामदगी न होने पर दम्पत्ति के टंकी पर चढऩे के पश्चात आज पति व ससुरालियों से त्रस्त एक विवाहिता अपने भाई के साथ टंकी पर जा चढ़ी ओर प्रताडऩा का आरोप लगाते हुए घंटों का हंगामा किया। इस हाइटेक ड्रामे को लेकर अधिकारियों के हाथ पांव फूले रहे। काफी मशक्कत के बाद उन्हें समझा-बुझाकर टंकी से नीचे उतारा गया।
आज जिला मुख्यालय पर रोज की भांति सुबह चहल पहल थी कि अचानक इसी बीच कुछ लोगों द्वारा एक महिला व व्यक्ति को जिला मुख्यालय स्थित पानी की टंकी पर चढे देख, सभी लोग उन्हें निहारने लगे। जैसे ही प्रत्यक्षदर्शियों की भीड़ बढऩे लगी, तो न्यायालय परिसर में अफरा-तफरी मच गयी और सूचना मिलने पर नगर मजिस्ट्रेट पंकज कुमार वर्मा, सीओ द्वितीय मुकेश मिश्रा मौके पर पहुंचे और घटना की जानकारी ली।
इस दौरान रामपुर मनिहारान के ग्राम मुंढीखेड़ी निवासी विवाहिता दुर्गेश और उसके भाई रजनीश के टंकी पर चढ़े जाने की सूचना मिली। परिजनों के मुताबिक श्रीमती दुर्गेश की लगभग छह माह पूर्व सरसावा में शादी हुई थी। आरोप है कि शादी के बाद से ही दामाद और ससुराली कम दहेज लाने के कारण दुर्गेश को प्रताड़ित करने लगे थे। बताया जाता है कि दुर्गेश के पिता राजेश ने अधिकारियों को बेटी द्वारा लिखा गया प्रार्थना पत्र भी सौंता, जिसमें लिखा था कि यदि उसकी मौत होती है, तो उसके लिए ससुराली जिम्मेदार होंगे। अधिकारियों द्वारा पति व ससुरालियों के विरूद्ध कार्रवाई के मिले ठोस आश्वासन के पश्चात ही भाई-बहन टंकी से लगभग सवा दो बजे नीचे उतरे।