सिटीवेब/अरविंद सिसौदिया।
नानौता। अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर नानौता नगर में सभी धर्म के लोगों ने सम्मान किया है। नगरवासियों का कहना है कि देश के सभी लोग आपसी भाईचारा कायम रखे।
नानौता। अयोध्या पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर नानौता नगर में सभी धर्म के लोगों ने सम्मान शनिवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा सुनाए गए ऐतिहासिक फैसले के बाद नगर के सभी धर्म प्रमुख लोगों ने इसका सम्मान किया है। उनका कहना है कि आपसी भाईचारे से बढकर कोई चीज नहीं है। पिछले काफी दशकों से चले आ रहे विवाद का आज निदान हो गया, जिसे हम सभी लोेग स्वीकार करते है। इस संबध में नगर की जामा मस्जिद के इमाम मौलवी जिक्रिया सिद्दकी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट सर्वोच्च संस्था है। जो निर्णय उनके द्वारा सुनाया गया है उसे हम स्वीकार करते है। उन्होनें यह भी कहा कि फैसला चाहे जो भी रहा है देश व उसमें रहने वाले लोगों को कोई नुकसान नहीं होना चाहिए। नगर पंचायत चैयरमैन पति सरफराज अख्तर उर्फ मुन्ना ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के फैसले का वो तहेदिल से इस्तकबाल करते है। यह फैसला सभी के लिए सर्वमान्य होना चाहिए। गुरूद्वारा गुरूसिंह सभा के प्रधान सरदार भूपेन्द्र सिंह खालसा ने कहा कि सर्वोच्च न्यायालय के फैसले का सभी देशवासियों को सम्मान करना चाहिए। देश में सुप्रीम कोर्ट से बढकर कोई भी व्यक्ति नहीं है। आपसी सौहार्द व भाईचारा बनाएं रखने की हिन्दुस्तान की पहले से ही संस्कृति रही है। जिसे हम सभी को कायम रखना चाहिए। नगर के पूर्व चैयरमैन अफजाल खान का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट ने जो निर्णय सुनाया है उसे नगर व देशवासियों को सहर्ष स्वीकार करना चाहिए। ताकि आपसी भाईचारा बना रहे। नगर के हनुमान मंदिर के पुजारी पं राजेश शर्मा ने कहा कि अयोध्या पर जो निर्णय सुप्रीम कोर्ट ने दिया है वह बिल्कुल सही निर्णय है। हम सभी लोग उसका सम्मान करते है। व्यापारी नेता राजीव नामदेव ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा दिए गए ऐतिहासिक फैसले का हम सम्मान करते है। यह बहुत अच्छा निर्णय है। जिसका सभी लोग दिल से सम्मान करते है।