शासन से मिली हरी झंडी, अनाज भी उपलब्ध हुआ
सहारनपुर। जनपद के सभी आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को अब ताजा भोजन दिया जाएगा। इस योजना के लिए अनाज मिलना शुरू हो गया है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी आशा त्रिपाठी ने बताया बच्चों को ताजा भोजन मुहैया कराने के लिए शासन की ओर से दिशा-निर्देश मिल चुका है। सितम्बर में इसके लिए बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग को अनाज भी उपलब्ध कराया जा चुका है। उन्होंने बताया ग्राम प्रधान व आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं के संयुक्त खाते में आने वाली कनवर्जन कास्ट आंगनबाड़ी केंद्रों पर भेजे जाने के लिये तैयारी की जा रही है। इस योजना के तहत जनपद के लगभग 50000 बच्चों को लाभ दिया जायेगा। उन्होंने बताया बाल विकास एवं पुष्टाहार विभाग को एफसीआई से दो माह का 26 मीट्रिक टन गेहूं और एक माह का 55 मीट्रिक टन चावल प्राप्त हो गया है।
जिले में संचालित होते हैं 3410 आंगनबाड़ी केन्द्र
जनपद में कुल 3410 आंगनबाड़ी केन्द्र संचालित हैं। अधिकतर आंगनबाड़ी केंद्र प्राथमिक विद्यालयों या निजी भवनों में संचालित हैं। प्रत्येक आंगनबाड़ी केंद्र पर 40 से 45 बच्चों के नामांकन हैं। उन सभी को इस योजना का लाभ दिया जायेगा।
कनवर्जन कास्ट में मिलेगा 4.25 पैसे प्रति बच्चे
जिला कार्यक्रम अधिकारी ने बताया प्रदेश सरकार ने कनवर्जन मनी 4 रुपये 25 पैसे प्रति बच्चे के हिसाब से निर्धारित की है। इसमें 3.75 रुपये भोजन सामग्री पारिश्रमिक शामिल है। बर्तन व ईंधन के मद में 50 पैसे प्रति बच्चे के हिसाब से व्यय किये जाने का प्रावधान किया गया है।
मिड डे मील की रसोइयों में बनेगा भोजन
जिला कार्यक्रम अधिकारी बताया आंगनबाड़ी केन्द्रों पर पढ़ने वाले बच्चों का खाना मिड डे मील बनाने वाली रसोइयों के माध्यम से बनाया जायेगा। इन्हें उसका पारिश्रमिक दिया जायेगा। इसके अलावा प्राथमिक विद्यालयों से थोड़ी दूरी पर संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों पर भोजन पहुंचाने का कार्य आंगनबाड़ी सहायिका करेंगी। कनवर्जन मनी में से ही पचास पैसे प्रति छात्र के हिसाब से सहायिका को पारिश्रमिक दिया जायेगा। उन्होंने बताया जनपद के 1960 केंद्रों पर एमडीएम तथा 1450 केंद्रों पर स्वयं सहायता समूहों के जरिये बच्चों को भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।