सहारनपुर। कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय में बालिकाओं ने मीना मंच के अंतर्गत होने वाले पपेट व थियेटर कार्यशाला के अंतिम दिन अपनी प्रस्तुतियां दी और पपेट प्रस्तुत किए।
खलासी लाइन रेलवे कालोनी स्थित आवासीय बालिका विद्यालय की बालिका शिक्षा समन्वयक आदित्य शर्मा ने कहा कि बच्चों ने बहुत मेहनत की है, वह चाहते है कि इस कार्यक्रम को बच्चे अपने स्कूलों में जाकर प्रस्तुत किए, जिससे अन्य बच्चों व ग्रामीण जैण्डर इक्विटी के प्रति जागरूक हो सकें। संदर्भदाता श्रीमती अंजलि आर्य, रचना चौहान ने कहा कि बच्चों का ऐसा कार्यक्रम होने से उनमें उत्साह बढ़ता है और वह जागरूक होते है। इस दौरान मुस्कान, खुशी व मधु ने पपेट के द्वारा संकल्प की शक्ति नाटक का मंचन किया।
उन्होंने इस नाटक के माध्यम से बताया कि दिव्यांग होना कोई अभिशाप नही है। यदि किसी चीज का संकल्प लें ले तो हम कुछ भी कर सकते है। कार्यक्रम मे हिमांशु, विनेश, आकाश, शीतल, खुशबू, पायल, रूचि, विशाखा ने थियेटर कार्यक्रम प्रस्तुत किया, जिसमें उन्होंने बेडियां नाटक के माध्यम से बताया कि हर घर से बच्चों को पढ़ाना चाहिए।
सरकार ने बालकों के साथ-साथ बालिकाओं के लिए भी बहुत सी सुविधाएं प्रदान की है, उनमें से एक कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका विद्यालय भी है, जहां बालिकाओं को सभी सुविधाएं मिलती है। उन्होंने यह बहुत कुछ सीखा है, जिसका भविष्य में अच्छा लाभ अवश्य मिलेगा।