सिटीवेब/तारिक सिद्दकी।
रामपुर मनिहारान। मोहल्ला कायस्थान निवासी पत्रकार ताहिर मलिक का 10 वर्षीय पुत्र वतन मलिक दोपहर के समय अपने घर की छत पर खेल रहा था। अचानक बंदरों का झुंड आपस में लड़ते हुए आया और उनमें कुछ बन्दर मासूम बच्चे वतन मलिक की तरफ झपट पड़े।बंदरों के झुंड को देख कर वतन मलिक घबरा कर चीखा और खोफ की वजह से बेहोश हो गया। वतन मलिक की चीख सुनकर परिजन व पड़ोस के लोग पहुंचे और किसी तरह बंदरों को भगाया।बंदरों के खोफ के कारण मासूम बच्चा वतन मलिक घंटो तक थर थर कांपता रहा। गौरतलब है कि चार वर्ष पूर्व बंदरों के हमले के कारण इसी पत्रकार की पत्नी की बाजू की हड्डी टूट गई थी जिसका आप्रेशन कराना पड़ा था।
गौरतलब है कि नगर के कई मोहल्लों में बंदरों ने पिछले काफी समय से आतंक मचा रखा है और बंदरों की तादाद लगातार बढ़ती ही जा रही है।दैनिक शाह टाइम्स बंदरों के आतंक की ख़बरें प्रमुखता से प्रकाशित करता रहा है परन्तु किसी भी विभाग ने इस समस्या की ओर ध्यान नहीं दिया है। हाजी मोहम्मद अय्यूब,प्रीतम सिंह,अब्दुल कलाम राय,श्याम सिंह,दिलशाद अंसारी, डा0 सचिन कुमार,राजेश शर्मा,वेभव गुप्ता,हाजी अहमद नियाज राजा, डा0 रविन्द्र सैनी,हाजी खुर्शीद,इंजीनियर नईम मलिक,डॉ0 ताहिर मलिक,अकरम राय,सभासद संदीप सैनी आदि ने बंदरों से निजात दिलाए जाने की मांग की है।