-टीबी को हरा चुके लोगों में से चुनेगा टीबी चैम्पियन
-टीबी रोगी खोज व जागरुकता अभियान चलेगा 17 से
सिटीवेब/एसएल कश्यप।
सहारनपुर। स्वास्थ्य विभाग अब उन लोगों से के माध्यम से टीबी के प्रति जागरूक करेगा जो पहले खुद रोग से ग्रसित रह चुके हैं और नियमित दवा के सेवन से अब एकदम स्वस्थ जीवन जी रहे हैं। विभाग ने इन्हें टीबी चंैपियन का नाम दिया है। जनपद में यह लोग एक तरीके से एम्बेसडर के रूप में काम करेंगे। जिले में में कुल टीबी चैंपियन चुने जाएंगे।
जिला क्षय रोग अधिकारी डाक्टर राजेश जैन ने बताया कि सयुंक्त निदेशक ने प्रदेश के सभी जिला क्षय रोग अधिकारियों को टीबी टैम्पियन चयन करने के संबंध में पत्र जारी कर दिशा-निर्देश दियें है। पत्र में कहा गया है कि समाज में टीबी रोग के संबंध में लोगों को जागरूक करने में टीबी चैम्पियन बहुत ही उपयोगी साबित होंगे। यह लोग अपने अनुभवों से लोगों को रूबरू कराएंगे और बताएंगे कि टीबी लाइलाज बीमारी नहीं है। कोई भी टीबी का मरीज नियमित दवा के सेवन और पोषण से पूरी तरह स्वस्थ हो सकता है। जैसे कि वह हुए हैं। इस रोग को मात दे चुके चैम्पियन द्वारा सही तरीके से अपनी बात रखने से टीबी रोगियों के प्रति भेदभाव भी कम होगा। उन्होंने बताया वर्तमान में सूबे के 12 जनपदों में टीबी चैम्पियन द्वारा जनपद टीबी फोरम में प्रतिभाग, उपचार, सपोर्टर तथा सक्रिय टीबी रोगी खोज अभियान में कार्यकर्ता के रूप में योगदान किया है। उन्होंने कहा कि प्रत्येक जनपद में तीन से पांच टीबी चैम्पिय का चयन किया जाएगा। चयन में टीबी फ्री ब्लाक को प्राथमिकता दी जाएगी। सहारनपुर में चिलकाना और नकुड़ टीबी फ्री ब्लाक हैं। यहां चार चैम्पियन बनाए जाएंगे। दो चिलकाना से और दो नकुड़ से। इनको किसी भी तरह का मानदेय भुगतान नहीं किया जाएगा।