एसएल कश्यप।
सहारनपुर। वरिष्ठ फिजीशियन डॉ. संजीव मिगलानी ने लगातार बढ़ रहे बुखार के प्रकोप से लोगों को जानकारी देते हुए कहा कि बुखार से डरने की नही, थोड़ी सी सावधानी बरतने की जरूरत है। डॉ. मिगलानी ने पेट में दर्द ओर उल्टी होना, नाक से मसूड़ों से मुंह से और पेशाब में खून आना, लीवर का बढ़ जाना, पेट में पानी होना, प्लेटलेस्स का तेजी से घटना, ब्लड प्रेशर का 90 से नीचे होना, सांस फूलना, पेशाब नहीं आना आदि बुखार के प्रमुख लक्षण हैं। डॉ. मिगलानी ने बचाव के तरीके बताते हुए कहा कि घरों के आसपास गंदा पानी इकट्ठा ना होने दें। नालियों में मिट्टी के तेल का छिड़काव करें। रात के समय पूरी बाजू की टीशर्ट पहनें। कूलर का पानी हर 6 घंटे बाद बदल दें। घर के हर बर्तन का पानी 2 घंटे बाद बदलें और ढ़क कर रखें। ऐसा करने से डेंगू के मच्छरों के प्रकोप को घटाया जा सकता है। यदि किसी भी व्यक्ति में उपरोक्त लक्षण पाए जाते हैं तो तुरंत नजदीक के डॉक्टर से सलाह लें। जिससे समय रहते उपचार मिल सके। साथ ही बुखार के लक्षण दिखाई देने पर दिन में कम से कम 4 से 5 लीटर लिक्विड पेय पदार्थ का सेवन करें।