मेरठ : सड़क के किनारे उगी झाड़ियों को जलाने के लिए लगाई आग ने भी सैकड़ों पौधों का दम घोट दिया। मेरठ-गढ़ रोड के किनारों हरित पट्टी पर लगे पुराने पेड़ों को वर्ष 2013-14 में काटा गया था। पुराने पेड़ों के स्थान पर वन विभाग ने लाखों के बजट से विभिन्न प्रजातियों के पौधों लगाए थे। ट्री गार्ड लगाकर पौधों को कवर भी किया गया। लेकिन इसके बाद वन विभाग लापरवाह हो गया। गर्मी में सिंचाई न होने के कारण पौधे पहले से ही सूख रहे थे। अभी दो दिन पहले सड़क के किनारे झाड़ियों को जलाकर साफ करने के लिए आग लगाई गई। लेकिन इसकी देखरेख करने और नियंत्रित करने के लिए कोई नहीं था। लिहाजा आग ने झाड़ियों के साथ पौधों को भी झुलसा दिया। सैकड़ों की संख्या में ट्री गार्ड से बाहर निकल आए पौधे झुलस गए। आग ने दर्जनों बडे़ पेड़ों की जड़ों को भी जलाकर क्षतिग्रस्त कर दिया है। ग्रामीणों का कहना है कि विभाग के लोगों ने ही सड़क के किनारे को साफ करने के लिए आग लगाई थी।
खेतों तक पहुंच गई थी आग
झाड़ियों में लगाई गई आग कई किसानों के खेत तक भी पहुंच गई। सूचना पर पहुंचे ग्रामीणों ने आग को बुझाया। इस संबंध मे डीएफओ अदिति शर्मा से बात की गई तो उन्होंने कहा कि इस प्रकरण की जांच कराई जाएगी।