-जलनिगम ने तीनों सैंपल पास होने के बाद बोरिंग में 103 मीटर लंबे पाइप डाले
-ग्रामीणों का आरोप कम गहराई में डाले गए है पाइप
सिटीवेब अरविंद सिसौदिया।
नानौता। गांव भनेडा खेमचंद के ग्रामीणों ने गंगोह विधायक को एक लिखित शिकायत देकर निर्माणाधीन सोलर वाटर टैंक का बोरिंग मानक अनुसार कम किए जाने का आरोप लगाया है। तो वहीं जलनिगम के अधिकारियों ने आरोपों को गलत बतात हुए मानकअनुसार कार्य किए जाने की बात कहीं है।
नानौता ब्लाॅक के गांव भनेडा में ग्रामीणों को दूषित जल से निजात दिलाने के लिए करीब एक करोड 22 लाख रूपए कीमत से ब्लाॅक की पहली सोलर संचालित टंकी का निर्माण किया जा रहा है। शनिवार को ग्रामीणों ने विधायक को लिखित शिकायती पत्र सौंपकर आरोप लगाया कि जलनिगम अधिकारियों व व ठेकेदार की मदद से मानकअनुसार दूरी पर बोर नहीं किया गया है। मात्र 320 फीट बोर पर ही पानी देने की तैयारी की जा रही है। जबकि गांव में भूजल दूषित होने के चलते करीब 400 फीट पर पानी सही उपलब्ध होना चाहिए। इससे पूर्व भूजल दूषित होने के चलते एनजीटी द्वारा गांव में लगवाएं गए सभी सरकारी नल उखडवा दिए गए है।
क्या बोले जल निगम अधिकारी -
वाटर टैंक का बोर करा रहे यांत्रिक शाखा मेरठ के अवर अभियंता इलैक्ट्रिकल प्रंशात कुमार ने बताया कि गांव के टैंक हेतू तीन बोरिंग का पानी रोककर स्टेटा लिए गए है। पहला बोर 180-210 फीट, दूसरा 220-250 व तीसरा बोर 320 से 350 फीट के मध्य किया गया है। इसमें से निकले पानी के सैंपल को गंगाजल ईकाई लेबोरेट्री जलनिगम, गाजियाबाद भिजवाया गया था। जहां से तीनों सैंपल पास हो गए है। इसके बावजूद उनके द्वारा 320 फीट के बोरिंग में पाइप डलवाया गया है। जबकि मानकअनुसार 90 मीटर पाइप ही डालना था लेकिन बावजूद इसके 103 मीटर लंबा पाइप डालने के साथ जाली भी नीचे की ओर ही ली गई है।