उत्तराखंड को बीसीसीआइ की मान्यता मिलने की उम्मीदों को पंख लगने से दूसरे राज्यों की टीमों से खेल रहे प्रदेश के युवा क्रिकेटर भी उत्साहित हैं। ऐसे प्रतिभावान खिलाड़ी उत्तराखंड टीम से खेलने की इच्छा जताने लगे हैं। वर्तमान में उड़ीसा की टीम से खेल रहे ऑलराउंडर देवेंद्र कुंवर और धुरंधर बल्लेबाज सौरव रावत ने मान्यता मिलने के बाद प्रदेश का प्रतिनिधित्व करने की बात कही है।
हल्द्वानी के इन दोनों खिलाड़ियों ने यह भी कहा कि कोई खिलाड़ी नहीं चाहता कि वो दूसरे राज्य की टीम से खेले। राज्य क्रिकेट के विषम हालातों के कारण क्रिकेटरों को बाहर जाने को मजबूर होना पड़ता है।
वर्षो से उत्तराखंड को बीसीसीआइ की मान्यता मिलने का सपना देख रहे हजारों युवा क्रिकेटरों का इंतजार अब समाप्त होने की उम्मीद है। सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में उत्तराखंड की मान्यता का मुद्दा सुलझने के पूरे आसार हैं। ऐसे में पहले मौका नहीं मिलने पर दूसरे राज्यों से खेलने को मजबूर प्रदेश के युवा क्रिकेटर भी उत्तराखंड की टीम से खेलने को उत्सुक हैं। उड़ीसा की टीम के विकेट कीपर-बल्लेबाज सौरव रावत और ऑलराउंडर देवेंद्र कुंवर ने इच्छा जता दी है।
दरअसल, उत्तराखंड की बीसीसीआइ से मान्यता का मुद्दा राज्य गठन के समय से चला आ रहा। कई बार उत्तराखंड को मान्यता मिलने की राह बनी, लेकिन क्रिकेट एसोसिएशन की आपसी लड़ाई के कारण हर बार मामला ठंडे बस्ते में डाल दिया गया। इससे हजारों युवा क्रिकेटरों के सपनों को धक्का लगता रहा। कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद अब जाकर बीसीसीआइ की प्रशासक समिति (सीओए) भी इस मुद्दे को जल्द से जल्द सुलझा लेना चाहती है।
यूसीए का रह चुके हिस्सा उत्तरांचल क्रिकेट एसोसिएशन के सचिव चंद्र कांत आर्य ने बताया कि उड़ीसा की टीम से खेलने वाले सौरव रावत और देवेंद्र कुंवर ने उनसे संपर्क किया है। दोनों खिलाड़ियों ने कहा कि यदि उत्तराखंड को मान्यता मिलती है तो वो राज्य से खेलना चाहते हैं। दोनों खिलाड़ी यूसीए की नैनीताल टीम से खेल चुके हैं।