सिटीवेब/एसएल कश्यप।
सहारनपुर। आयुष्मान कार्ड के बावजूद एक तिमारदार को इसकी सुविधाओं का कोई लाभ नहीं मिल पा रहा है। जिला अस्पताल में मर्ज की उपयुक्त दवाई न मिलने के कारण तिमारदार को हर रोज इंजेक्षन व दवाईयां बाहर के मेडिकल स्टोर से खरीदनी पड़ रही है।
प्रधानमंत्री जन स्वास्थ्य योजना के तहत गरीबों के आयुश्मान कार्ड बनाये गये हैं। योजना के तहत आयुश्मान कार्ड के पात्रों को पांच लाख रूपये तक निःषुल्क चिकित्सा सुविधा दी जानी है। इस योजना में सरकारी अस्पतालांे के अलावा प्राइवेट अस्पतालों में भी फ्री ईलाज मिलेगा। बेहट रोड के चिम्मावास निवासी फाकिरा पत्नी मौहम्मद रिजवान का आरोप है कि आयुश्मान कार्ड के बावजूद वह इसकी सुविधाओं से महरूम हैं। जिला अस्पताल में भर्ती फाकिरा के पति मोहम्मद रिजवान ने बताया कि उसकी पत्नी के गुर्दे व रीड की हड्डी में प्राॅबलम है। करीब सवा महीने पहले पत्नी के ईलाज के लिए वह चंडीगढ़ गये थे। वहीं पर उसकी पत्नी का ईलाज चल रहा था। उसने बताया कि चंडीगढ़ में ईलाज के बाद डाक्टरों ने उसे सहारनपुर भिजवा दिया था। उसने आरोप लगाया कि जिला अस्पताल में उसकी पत्नी को उपयुक्त दवा नहीं मिल पा रही है। इसके लिए उसे रोजाना चंडीगढ़ से लिखी गई दवाईयों व इंजेक्षन को बाहर से खरीदना पड़ रहा है। इसके लिए उसे रोजाना डेढ़ हजार रूपये खर्च करने पड़ रहे हैं। उसने बताया कि उसके पास आयुश्मान कार्ड है, लेकिन इसका उसे कोई फायदा नहीं मिल पा रहा है। अस्पताल के सीनियर नर्सिंग स्टाॅफ ने बताया कि चंडीगढ़ में ईलाज के दौरान मरीज को दी जाने वाली दवाईयां अस्पताल में नहीं है। बावजूद इसके अस्पताल में जो दवाईयां हैं, उसे दिया जा रहा है। बेहतर से बेहतर ईलाज मुहैया कराया जा रहा है।