राकेश ठाकुर।
सहारनपुर। आर्य महासम्मेलन में देश को विश्वगुरू बनाने के लिए महिलाओं से आह्वान किया गया कि वह संस्कारित शिक्षा से नई पीढ़ी को जोडें़ और संस्कृति के अनुरूप स्वयं भी चलें। सम्मेलन मंे आये विद्धानों ने कहा कि युवा समाज राष्ट्र निर्माण के लिए स्वयं को तैयार कर सामाजिक कुरीतियों के विरूद्व एकजुट होकर अभियान छेडे़ं, तभी हमारा राष्ट्र पुनः विश्वगुरू का दर्जा हासिल करेगा। गऊशाला रोड स्थित अग्रवाल धर्मशाला में आयोजित आर्य महासम्मेलन में सर्वप्रथम यज्ञ, भजन एवं प्रवचनों के माध्यम से विद्धानों ने राष्ट्र निर्माण के सम्बंध में अनेक दृष्टांत सुनाकर समाज को एकजुटता के सूत्र में बंधने के लिए प्रेरित किया। महिला सम्मेलन में उसंड की श्रीमति अर्चना आर्य, शैली आर्य, ऋचा राठी, अलका त्यागी, पूनम शर्मा, वीणा आर्य व प्रतिभा दहिया ने महिलाओं के परिवार व समाज के प्रति कर्तव्यों का विस्तार से उल्लेख किया। कलकता से आये वैदिक भजनोंपदेशक डा. कैलाश कर्मठ, वेद मंदिर मथुरा के राष्ट्रवशु आर्य ने महिलाओं के दायित्व विषय पर प्रेरक भजन प्रस्तुत कर महिलाओं को संस्कारित बनने व नई पीढ़ी को इस शिक्षा आत्मसात करने का आह्वान किया। सम्मेलन में गुरूकुल एवं वेद मंदिर वृंदावन मथुरा के आचार्य स्वदेश आर्य,सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा दिल्ली के प्रधान स्वामी आर्यवेश, पूर्व विधायक सुरेंद्र कपिल ने अपने विचार व्यक्त कर राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने के लिए समाज को प्रेरित किया। जिला आर्य प्रतिनिधि सभा के अध्यक्ष अनिल आर्य, मंत्री अभय सिंह एडवोकेट, कोषाध्यक्ष संदीप आर्य, पूर्व प्रधान देवेंद्र आर्य, वरिष्ठ उपप्रधान अवनीश आर्य, मीडिया समिति के विपिन आर्य, डा. वीर सिंह भावुक, नसीब सिंह वर्मा, श्रीराम शर्मा, देवेंद्र आर्य, सुश्री मीनू भट्टाचार्य, श्रीमति अंजू सिंह, कु.शैली आर्य, श्रीमति मिथलेश आर्य, उर्मिल जोशी ने आये हुए अतिथियों को पटका व स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। महासम्मेलन का संचालन प्रियव्रत शास्त्री एवं ऋचा शास्त्री ने किया।