सिटीवेब/अरविंद सिसौदिया।
नानौता।महाशिवरात्रि के अवसर पर शुक्रवार बारिश के बावजूद ग्राम बरसी स्थित महाभारतकालीन शिव मंदिर पर हजारों की संख्या में दूरदराज राज्यों व क्षेत्र के श्रृद्धालुओं ने पहंुचकर भगवान शिव का जलाभिषेक कर आर्शीवाद प्राप्त किया। इसके अलावा नगर के शिव मंदिरो पर भी सुबह से ही श्रृद्धालुओं की लंबी लंबी कतारें लगी रही। इस दौरान पूरा वातावरण बोल बम और हर-हर महादेव के जयकारे गूंजते रहे।
फाल्गुन कृष्ण पक्ष में पडने वाली महाशिवरात्रि पर नानौता क्षेत्र के ग्राम बरसी स्थित प्राचीन शिव मंदिर पर हजारों श्रद्वालुओं ने पहंुचकर जलाभिषेक किया। पूरे भारत वर्ष का दक्षिण-पश्चिम द्वार वाला अकेला मंदिर होने तथा मंदिर के अंदर स्थापित प्राकृतिक विशालकाय शिवलिंग बडा ही अद्भुत है। यह मंदिर महाभारत कालीन समय में दुर्योधन द्वारा करीब एकसौ फीट ऊंचे टीले पर बनवाया गया था। जो आज भी करीब पचास फीट के करीब स्थापित है। मंदिर पर सुबह चार बजे से ही भगवान शिव के पिंडी दर्शन को लंबी लंबी लाइने लगनी शुरू हो गयी थी। उसके बाद तो मानों जैसे जन सैलाब ही उमड गया हो। श्रृद्धालु बच्चों को कांधे व गोदी में उठाए हुए थे। उधर सुरक्षा व्यवस्था के लिए लगाए गए पुलिसकर्मियों को भी खासी मशक्कत करनी पडी। इस मंदिर में प्रसाद के रूप में विशेषत बेर, कद्दू व गुड की भेली तथा जलाभिषेक के रूप में दूध, जल, व बेलपत्र चढायें। महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर इस मंदिर पर नवविवाहित जोडों ने भी जाकर मत्था टेककर मन्नत मांगी। मान्यता हैं कि जो भी इस दिन भगवान शिव से सच्चे दिल से मन्नत मांगता है उसकी मुराद अवश्य पूरी होती है।
महाशिवरात्रि पर्व के दौरान ग्राम बरसी स्थित शिवमंदिर स्थल के निकट एक विशाल मेले का आयोजन भी किया गया। जिसमें बच्चों ने झूला झूलकर व बडो ने चाट पकौडी व गर्मागर्म जलेबी खाकर मेले का आंनद लिया। तथा घरेलू सामानों को भी खरीदा। तीन दिन तक चलने वाले इस मेले की रौनक पहले दिन से ही दिखायी देने लगी। इसके अलावा नगर के संतोष विहार, देवबंद रोड, गंगोह रोड स्थित सनातन शिव मंदिर, अस्पताल परिसर, मंदिर, कालिज रोड, मुहल्ला कानूनगोयान,स्थित प्राचीन शिवमंदिरो पर सुबह से काफी लंबी लंबी श्रृद्धालुओं की लाइनें देखने को मिली।