सरकारी के साथ गैर सरकारी संस्थाओं का भी रहेगा सहयोग
एसएल कश्यप।
सहारनपुर। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस पर बृहस्पतिवार को 1 से 19 वर्ष तक के बच्चों और किशोरों को पेट के कीटे निकालने की दवा खिलाई जाएगी। इसमें सरकारी के साथ गैर सरकारी संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाएगा। जनपद में कुल 11.72 लाख बच्चों को दवा खिलाने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा.बीएस सोढ़ी ने बताया कि बच्चों के पेट में कीड़े हो जाने से कुपोषण, खून की कमी, भूख न लगना, पेट में दर्द, बेचौनी, उल्टी दस्त आदि अनेक प्रकार की बीमारियां पैदा हो जाती हैं। इनके नियंत्रण के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से एक वर्ष से 19 वर्ष तक के सभी बच्चों और किशोरों को एलबेंडाजोल गोली खिलायी जाएगी । इस दिन दवा खाने से छूटने वाले बच्चों को भी दिन निर्धारित कर दवाई खिलाई जाएगी।
बच्चों को जरूर खिलाएं पेट के कीड़े निकालने की दवा-
नोडल अधिकारी डा.ओपी गुप्ता ने सभी लोगों से अपील की है कि वह अपने बच्चों को बृहस्पतिवार को स्कूल जरूर भेजें और एक वर्ष से 19 वर्ष तक के बच्चों को एलबेंडाजोल की दवा खिलाकर कार्यक्रम को सफल बनाएं। गोलियों का स्टॉक सभी स्कूलों और आंगनबाड़ी केन्द्रों को भेज दिया गया है।
गोली का कोई साइड इफेक्ट नहीं-
डा. गुप्ता का कहना है कि एलबेंडाजोल का कोई साइड इफेक्ट नहीं होता है। अधिकतर बच्चों में पेट से संबंधित बीमारियों का खतरा अधिक होता है। इसका बड़ा कारण पेट में कीड़े होते हैं। इसी वजह से बच्चों में खून की कमी, कुपोषण, मितली, उल्टी व दस्त होना तथा वजन में कमी होने की शिकायत होती है। इसके अलावा भूख न लगने जैसी शिकायत आमबात है। ज्यादातर बच्चे बाहर खेलते समय कब किस चीज को हाथ लगाते हैं, उनको पता ही नहीं होता है। उन्हीं गंदे हाथों से घर की सारी चीजों को छूना, बिना हाथ पैर धोकर कुछ भी खा लेना, बिना ढका हुआ पानी पीना, इन्हीं सब लापरवाही की वजह से बच्चों के पेट में कीड़े हो जाते हैं।