मनीष खारी का अपहरण करने और ड्रग्स की ओवर डोज देकर हत्या करने का आरोप ठोस सबूत नहीं होने के कारण पुलिस ने आरोपियों को छोड़ा ग्रेटर नोएडा। ग्रेटर नोएडा की एनएसजी सोसायटी में रहने वाले छात्र मनीष खारी की मौत के मामले में उसके पिता ने पांच नाइजीरियाई नागरिकों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करवाया है। नाइजीरियाई नागरिकों पर नशीला पदार्थ पिलाकर मनीष का अपहरण करने और ड्रग्स की ओवर डोज देकर हत्या करने का आरोप है। पुलिस ने शनिवार की रात दो नाईजीरियन युवकों को हिरासत में लिया था। लेकिन सुबह सैकड़ों नाइजीरियन युवक-युवती कासना कोतवाली पहुंच गए। हंगामा किया। झूठा फंसाने का आरोप लगाया। कोई ठोस सबूत नहीं होने के कारण पुलिस ने दोनों को छोड़ दिया है। एनएसजी सोसाइटी से शुक्रवार की शाम शेरपुर निवासी किरनपाल सिंह का बेटा मनीष खारी लापता हो गया था। शनिवार की सुबह मनीष नशे की हालत में घर पहुंचा था। घर पहुंचते ही उसे खून की उल्टी हो गईं। परिजनों ने उसे अस्पताल में भर्ती करवाया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। डॉक्टरों ने बताया था कि ड्रग्स का अधिक सेवन करने से मनीष की मौत हुई है। इस मामले में परिजनों ने पड़ोस में रहने वाले नाइजीरियन युवकों पर मनीष को ड्रग्स देने का आरोप लगाया है। मनीष के पिता किरनपाल सिंह ने कासना कोतवाली में पांच नाइजीरियन युवकों के खिलाफ तहरीर दी। पुलिस ने नाइजीरियन मूल के उस्मान अब्दुल कादिर, मोहम्मद शाकिर, सईद कबीर, अब्दुल उस्मान, सईद अबू वकार के खिलाफ हत्या की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। पुलिस ने शनिवार की रात दो नाइजीरियाई युवकों को पूछताछ करने के लिए हिरासत में ले लिया था। लेकिन जब इस बात की जानकारी शहर में रहे अन्य नाइजीरियाई नागरिकों को हुई तो भड़क गए। रविवार की सुबह सैकड़ों की संख्या में नाइजीरियाई युवक और युवती कासना कोतवाली पहुंच गए। जमकर हंगामा किया। हिरासत में लिए गए युवकों को बेकसूर बताया। कहा, उन्हें जबरन फंसाया जा रहा है। उन्होंने प्रदर्शन किया और सुरक्षा की मांग की। निष्पक्ष जांच की मांग की। इसके बाद पकड़े युवकों के खिलाफ कोई सबूत नहीं होने के कारण पुलिस ने उन्हें छोड़ दिया।
मनीष की पोस्टमोर्टम रिपोर्ट में मौत वजह साफ नहीं सकी है। बिसरा सुरक्षित रख लिया गया है। जांच के लिए आगरा फोरेंसिंक लैब भेजा जाएगा। मनीष के परिजनों की तहरीर पर पांच नाइजीरियाई नागरिकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। लेकिन आरोपियों के खिलाफ अभी कोई सबूत नहीं मिला है। इस कारण उन्हें पूछताछ के बाद छोड़ दिया गया है। जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी। अभिनंदन, डीएसपी, ग्रेटर नोएडा