सहारनपुर। किसान दिवस में अधिकारियों के समय से न पहुंचने से नाराज भारतीय किसान यूनियन से जुड़े किसानों ने जमकर हंगामा किया। नारेबाजी करते भाकियू ने किसान दिवस का बहिष्कार कर दिया। गुस्साए किसानों ने कहा कि किसान दूर क्षेत्रों से आकर समय से बैठ जाते हैं, और अधिकारियों के न आने के कारण किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पाता। इस कारण किसान दिवस मजाक बनकर रह गए हैं।
विकास भवन के सभागार में बुधवार को किसान दिवस सुबह 11 से एक बजे तक प्रस्तावित था। मगर डीएम व सीडीओ के बैठक में न पहुंचने पर 11 बजकर 10 मिनट पर किसानों ने हंगामा शुरू कर दिया। भाकियू के जिला महामंत्री अशोक चौधरी अपने स्थान पर खड़े हुए और कृषि अधिकारी से मुखातिब होते हुए बोले कि यदि अधिकारी नहीं आते तो वह यहां बैठकर क्या करेंगे, किसान दिवस का मजाक बनाकर रख दिया है। इसके बाद किसान नारेबाजी करते बाहर निकलने लगे। कुछ ही देर बाद सीडीओ प्रणय सिंह बैठक में पहुंचे और किसानों को समझाते हुए डीएम साहब के आने की जानकारी दी। करीब साढे 11 बजे डीएम आलोक कुमार बैठक में पहुंचे तो किसान दिवस की कार्यवाही शुरू हुई। किसानों ने गन्ना मूल्य भुगतान, विद्युत आपूर्ति, जनपद में यूरिया की कमी तथा प्राइवेट दुकानों पर यूरिया के अधिक दाम पर विक्रय करने के संबंध शिकायतें की। किसानों ने जनपद में समस्त रेलवे अंडरपास में पानी भरने तथा भविष्य में अंडरपास में गन्ना ले जाने में समस्या उत्पन्न होने के संबंध में अधिकारियों को बताया। विकासखंड नकुड़ के ग्राम ढाल्ला मजरा के प्राइमरी स्कूल की बिल्डिग कमजोर होने और पानी भरने की शिकायत की। प्राथमिक स्वास्थ केन्द्र बिहारीगढ़ में डाक्टर के अनुपस्थित रहने के संबंध में शिकायत की गयी।