जितेंद्र मेहरा
प्रयोग के तौर पर रेडियो धारावाहिक का प्रसारण शुरू
सहारनपुर। सुदूर ग्रामीण क्षेत्रों में चिकित्सा सेवाओं को और सुदृढ़ किया जा रहा है। इसके लिए 26 कड़ी का धारावाहिक ’सुनहरे सपने, संवरती राहें’ तैयार किया गया है। इस रेडियो धारावाहिक का प्रसारण प्रत्येक बुधवार को अपराह्न 1.15 से 1.45 बजे होता है। इसमें चुनी गयी आशाओं के साथ जनपद में सात श्रोता संघ भी बनाये गये हैं। इन श्रोता संघों की हर आशा को एक-एक रेडियो भी दिया गया है, ताकि वह श्रोता संघ के सदस्यों को कार्यक्रम सुनवा सकें। कार्यक्रम को रोचक बनाने के लिए रेडियो ड्रामा सीरीज के अंतर्गत इनामी प्रश्न भी आम जनता से पूछे जा रहे हैं, ताकि अधिक से अधिक लोगों को इससे जोड़ा जा सके। जिला सामुदायिक प्रक्रिया प्रबंधक ब्रिजेश कुमार ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की प्रदेश के आंचलिक छोर तक आकाशवाणी कार्यक्रम के माध्यम से चिकित्सा की अलख जगाने के लिए अनोखी पहल की है। इसके तहत ’सुनहरे सपने, संवरती राहें’ धारावाहिक का प्रसारण किया जा रहा। यह कार्यक्रम रेडियो पर गत तीन जुलाई से प्रयोग के तौर प्रसारित हो रहा है। उन्होंने कहा कि चिकित्सा सेवाएं आज के दौर में मानव जीवन के लिए अत्यंत उपयोगी है। इन्हें बेहतर बनाने के लिए प्रदेश सरकार द्वारा तमाम जरूरी कदम उठाएं जा रहे हैं। बाल एवं महिला स्वास्थ्य सेवाओं को दूर-दराज गांवों तक पहुंचाने के लिए स्वास्थ्य विभाग अब आकाशवाणी का सहारा ले रहा है और इसका पॉजिटिव प्रभाव भी दिखाई दे रहा है।
सिफ्सा का लिया जा रहा सहारा-
सुरक्षित प्रसव एवं शिशु मृत्यु दर में कमी लाने के लिए राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन (एनआरएचएम) के तहत सिफ्सा का सहारा लिया गया है। सिफ्सा के हौसला कार्यक्रम के तहत ’चलो गांव की ओर’ में इसे शामिल किया गया है। इसके लिए सात रेडियो श्रोता संघ बनाए गए हैं। ये सरसावा, नानौता, नकुड़, गंगोह, मुजफ्फराबाद, बलियाखेड़ी व नागल आदि में हैं।