जिला होम्योपैथिक अधिकारी पर भूमाफिया से साठगांठ कर जेवर के अनाज मंडी स्थित धर्मशाला पर अवैध रूप से कब्जा करवाने का आरोप लगा है। धर्मशाला पर अवैध रूप से कब्जा होने की सूचना से क्षेत्र के किसान व व्यापारियों में रोष व्याप्त हो गया। उन्होंने मामले की शिकायत उपजिलाधिकारी से की है। उपजिलाधिकारी ने जेवर पुलिस को मामले की जांच के आदेश दिए हैं। उल्लेखनीय है कि जेवर अनाज मंडल में नूजल भूमि पर लगभग 60 वर्ष पहले अनाज मंडी के व्यापारियों ने किसानों के ठहरने के लिए धर्मशाला बनवाई थी। 2009 में राज्य सरकार द्वारा जेवर में होम्योपैथिक चिकित्सालय की स्थापना के लिए तत्कालीन नगर पंचायत अध्यक्ष ने अनाज मंडी धर्मशाला समिति की सहमति के बाद चिकित्सालय चलाने की अनुमति दे दी गई थी। 2010 में इस धर्मशाला पर विवाद हो गया। मामला जेवर सिविल जज के पास विचाराधीन है। लोगों का आरोप है कि शनिवार सुबह जिला होम्योपैथिक अधिकारी ने भूमाफिया से सांठगांठ करने के बाद धर्मशाला को बंद करने के बाद उस पर भूमाफिया का कब्जा करवा दिया। किसान व व्यापारियों ने मामले की शिकायत एसडीएम विवेक कुमार श्रीवास्तव से की।