संसद में राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान दिल का दौरा पड़ने के बाद अस्पताल में भर्ती सांसद और पूर्व विदेश राज्यमंत्री ई. अहमद की देर रात मौत हो गई। बता दें कि बजट सत्र के पहले दिन सेंट्रल हॉल में राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान अचानक अहमद की तबीयत बिगड़ने लगी। थोड़ी देर तक बेचैनी महसूस करने के बाद वह बेहोश हो गए। स्थिति की जानकारी मिलते ही वाच एंड वार्ड वाले उन्हें सदन से बाहर लाए और स्थानीय डॉक्टरों ने उनकी प्राथमिक चिकित्सा की। हालांकि स्थिति में सुधार न आते देख उन्हें तत्काल आरएमएल अस्पताल पहुंचाया गया था।
राम मनोहर लोहिया अस्पताल के चिकित्सकों से मिली जानकारी के मुताबिक जिस समय ई. अहमद (78) को अस्पताल लाया गया था, उस समय उनकी हालत बेहद नाजुक थी और पल्स रेट का भी पता नहीं चल रहा था। उन्हें सबसे पहले कार्डियोपल्मोनरी रेस्यूसिएशन (सीपीआर) दी गई, जिसके बाद भी उनकी सेहत में सुधार नहीं हुआ जिसके बाद उन्हें जीवन रक्षक उपकरण (वेंटिलेटर) के सहारे रखा गया था।
मनमोहन सिंह सरकार में विदेश राज्यमंत्री ई. अहमद केरल के मलप्पुरम संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व करते थे। इसके साथ ही वे इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के प्रेसिंडेंट भी थे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिवगंत सांसद ई. अहमद की मृत्यु पर शोक जताते हुए कहा कि केरल के विकास और पश्चिमी एशिया के साथ भारत के रिश्तों को मजबूत बनाने में ई. अहमद ने अहम भूमिका निभाई।