परेशान होकर बोले हाथरस पीड़िता के पिता, अब तो देश निकाला ही है।
हाथरस में रेप का शिकार हुई पीड़िता की मौत के बाद परिवार पर मुसीबतों का कहर जारी है। पहले बेटी को गवाना, उसके बाद इंसाफ के लिए कोर्ट कचहरी के चक्कर। सिलसिला यहीं खत्म नहीं हुआ धमकियों का भी अंदेशा।
इन्हीं सब बातों के बीच एक गरीब परिवार पिस कर रह गया। जिस कारण परिवार को अब गांव से दूर जाना ही एकमात्र उपाय नजर आ रहा है। इतना ही नहीं पीड़िता के परिवार को लगता है कि अब गांव ही नहीं बल्कि देश निकाला ही है।
जानकारी के मुताबिक मीडिया से बात करते हुए पीड़िता के पिता की आंखों में आंसू भर आए। उन्होंने कहा कि "बेटी चली गई। कई चिंताएं है। एक तरह से देश निकाला ही होना है। कोर्ट कचहरी के चक्कर यहां से तो लगने वाले नहीं है।"
हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि बाकी आगे समय बताएगा। पिता ने बताया कि जिस दिन बेटी के साथ घटना हुई उस दिन उनके पास 1 रुपया तक नहीं था। लेकिन वह जिस जगह काम करते थे उस मालिक ने उसी दिन बुलाकर उनका पूरा भुगतान कर दिया था। साथ ही सरकार की ओर से मिली 25 लाख रुपए की आर्थिक मदद भी बैंक खाते में पहुंच गई है। इसके साथ ही पीड़ित पिता ने कांग्रेस की ओर से मिले चेक के बारे में बताया कि अभी उसे खाते में जमा नहीं कराया गया है। आपको बता दे आरपीआई नेता, सांसद रामदास अठावले ने यहां आगमन पर घोषणा की थी कि 5 लाख रुपए तीन-चार दिन में परिवार के खाते में पहुंच जाएंगे लेकिन पीड़िता के परिवार से मिली जानकारी के मुताबिक अभी तक उनके बैंक खाते में ऐसे कोई पैसे नहीं आए हैं।
वहीं पीड़िता का परिवार न्याय की उम्मीद लगा कर बैठा है़ ।