इस बार मेला नहीं लगेगा, घाटों पर होगा छठ पूजा पूजन
कोरोना काल में कुछ बंदिशों और अतिरिक्त सावधानियों के साथ प्रशासन की ओर से छठ महापर्व को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है। इस बार घाटों पर पंडाल लगाकर मेला के आयोजन की अनुमति नहीं होगी। लेकिन स्नान के साथ पूजन की अनुमति रहेगी। शहर में हर साल मुख्य आयोजन मानकमऊ स्थित बड़ी नहर के बांध पर वेदी का निर्माण कराया जाता रहा है। इस बार पहला अर्घ्य 20 की शाम और दूसरा अर्घ्य 21 नवंबर को सुबह में दिया जाना है। बड़ी नहर पर वेदियों के सजाने के साथ सफाई काम शुरू कर दिया गया है।
हालांकि, मानकमऊ स्थित बड़ी नहर में इस समय पानी नहीं है। इसलिए घाटों के अलावा नहर के अंदर भी गंदगी का आलम है। सोमवार को ही जिलाधिकारी अखिलेश सिंह ने मौके पर हालात का जायजा लिया था।
उन्होंने आयोजन से पूर्व नहर में पानी की व्यवस्था का भी आश्वासन दिया था। इसके अलावा बाला लाल दास का बाड़ा और पांवधोई नदी स्थित घाट पर भी पूर्वांचल समाज के श्रद्धालु छठ पूजन करेंगे। इन घाटों पर सफाई और पथ प्रकाश व्यवस्था के लिए पूर्वांचल कल्याण सभा के पदाधिकारी नगर आयुक्त ज्ञानेंद्र सिंह से मिले। आयुक्त ने जरूरी व्यवस्थाएं कराने का आश्वासन दिया है