नई दिल्ली ।
लोकसभा चुनाव के लिए दिल्ली में आम आदमी पार्टी (आप) और कांग्रेस के बीच गठबंधन को लेकर पिछले कई दिनों से चली आ रही बातचीत बुधवार को भी अपने अंजाम तक नहीं पहुंच सकी। आप के प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा कि हम गठबंधन के लिए तैयार हैं, लेकिन कांग्रेस की तरफ से कोई बात बनती नहीं दिख रही है। उन्होंने कहा, "भाजपा को हराने के लिए हम कांग्रेस के साथ गठबंधन करने के लिए तैयार हैं, लेकिन कांग्रेस इस ओर किसी तरह की कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है। यह दुखद है कि हमारी इतनी कोशिशों के बाद भी कांग्रेस कोई समझौता करने के लिए तैयार नहीं है।"
इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि अगर राष्ट्रीय राजधानी में गठबंधन होता है तो आप कांग्रेस को दो से अधिक सीटें नहीं देगी। इस सिलसिले में एक बैठक दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के आवास पर मंगलवार को हुई थी और इसमें वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया, गोपाल राय, संजय सिंह और सत्येन्द्र कुमार जैन ने हिस्सा लिया था।
बैठक के बाद पार्टी ने कहा कि वह कांग्रेस के साथ बातचीत करने के लिए तैयार है और मामले पर आगे बढ़ने के लिए एक प्रतिनिधि नियुक्त किया है। आप ने सिंह को कांग्रेस के साथ गठबंधन पर वार्ता के लिए नियुक्त किया है, लेकिन कांग्रेस ने अभी कोई प्रतिनिधि नियुक्त नहीं किया है।
आप के सूत्रों ने बताया कि अगर कांग्रेस केवल दिल्ली में गठबंधन करना चाहती है तो यह पांच और दो के अनुपात में होगा और अगर दिल्ली और हरियाणा दोनों जगहों पर गठबंधन होता है तो राष्ट्रीय राजधानी में यह अनुपात चार और तीन का होगा जबकि हरियाणा में अनुपात छह, तीन और एक का होगा। सूत्रों ने बताया कि गठबंधन होने पर हरियाणा में कांग्रेस छह, जननायक जनता पार्टी तीन और आप एक सीट पर चुनाव लड़ेगी।