वाराणसी। हिंदू समाज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमलेश तिवारी की बेरहमी से गला रेतकर हत्या का खुलासा होने के बाद इस पूरे मामले पर अब सियासी रंग चढ़ने लगा है। शिवसेना के फायरब्रांड नेता अरुण पाठक ने सोशल मीडिया पर बयान जारी करके कहा है कि कमलेश तिवारी के हत्यारों का गला रेतने वालों को वह एक करोड़ रुपये का इनाम देंगे। उन्होंने कहा कि आईएसआईएस की शैली में जिस तरह से कमलेश तिवारी की हत्या की गई है, उसी तरह से उनके हत्यारों का भी गला रेता जाना चाहिए।पाठक ने फेसबुक लाइव के दौरान कहा, श्कमलेश तिवारी की हत्या करने वालों को पुलिस भले ही पकड़ने का दावा कर रही है लेकिन मेरे कलेजे में ठंडक तभी पहुंचेगी जब उन सबका गला रेता जाएगा जो इस कत्ल के जिम्मेदार हैं। मैं कमलेश के हत्यारोपी मौलाना अनवारुल हक, मुफ्ती नई काजमी और राशिद पठान की गला रेतकर हत्या करने वालों को एक करोड़ रुपए का इनाम देने की घोषणा करता हूं।श्शिवसेना नेता ने कहा, श्हिंदू हित में मैं इन हत्यारों का गला रेतने वालों को अपनी सारी संपत्ति बेचकर यह इनाम देने की घोषणा करता हूं। इस इनामी धनराशि में कुछ कम पड़ेगा तो मैं हिंदू समाज के सामने झोली लेकर हाथ फैलाने में भी संकोच नहीं करूंगा।श् पाठक ने कहा कि हिन्दू विरोधी और मुस्लिम परस्त अखिलेश सरकार में प्रखर हिंदूवादी नेता कमलेश तिवारी मौलानाओं के उग्र प्रदर्शन और सिर कलम करने की घोषणा के बावजूद पूरी तरह से सुरक्षित रहे। उन्होंने कहा, श्कमलेश तिवारी की जिहादी तरीके से निर्मम हत्या की गई है। कमलेश की हत्या से संदेश जा रहा है कि जो हिंदू हित में बात करेगा, वह काटा जाएगा। हिदुस्तान में हम ऐसा नहीं होंने देंगे। मेरा मानना है कि कमलेश तिवारी के हत्यारों पर कानूनी प्रक्रिया नहीं चलनी चाहिए। उन सबके गले इसी तरह से रेते जाएं। प्रदेश में ाईएसआईएस की शैली की तरह जिस तरह से कमलेश की निर्मम हत्या की गई है, उनके हत्यारों का इस्तकबाल भी उनकी ही शैली में होना चाहिए। शिवसेना नेता ने कहा, श्मैं अरुण पाठक एक करोड़ रुपये इनाम की घोषणा करता हूं। जेल के अंदर मौजूद कोई हिंदू भाई इस काम को अंजाम देता है तो उसके परिजनों को यह धनराशि मैं देने की घोषणा करता हूं। बता दें कि लखनऊ के सनसनीखेज कमलेश तिवारी हत्याकांड का 24 घंटे के भीतर यूपी पुलिस ने खुलासा कर दिया है। यूपी पुलिस के मुताबिक हत्या की साजिश सूरत में रची गई। यूपी के डीजीपी ओपी सिंह ने बताया कि इस वारदात में शामिल संदिग्धों से प्रारंभिक पूछताछ से पता चला है कि हत्या की साजिश के पीछे मुख्य वजह कमलेश तिवारी का 2015 का भड़काऊ भाषण था और मिठाई का डिब्बा आरोपियों को दबोचने में मददगार साबित हुआ।