आरबीआई ने 20 फरवरी से बैंक सेविंग अकाउंट से कैश निकासी की साप्ताहिक सीमा 24,000 से बढ़ा कर 50,000 रुपये कर दी है। साथ ही 13 मार्च से कैश निकासी की सीमा पूरी तरह खत्म करने का ऐलान किया गया है। इससे पहले बीते 30 जनवरी से ही एटीएम से निकासी की सीमा हटा ली गई है।
रिजर्व बैंक के डिप्टी गवर्नर आर गांधी ने कहा कि बचत खातों से निकासी के मामले में दो चरणों में स्थिति सामान्य करने का फैसला किया गया है। इन खातों से अगले 20 फरवरी से हर सप्ताह 50 हजार रुपये निकाले जा सकेंगे तथा 13 मार्च से निकासी की सीमा पूरी तरह समाप्त कर दी जाएगी। हालांकि अभी बैंक खातों से सप्ताह में 24,000 रुपये ही निकाले जा सकते हैं। नई व्यवस्था 20 फरवरी से लागू होगी।
गौरतलब है कि नोटबंदी के बाद आरबीआई ने एटीएम, सेविंग बैंक अकाउंट और चालू खातों से कैश निकालने पर सीमा लगा दी थी। कैश प्रिंट की धीमी गति की वजह से देश में पिछले तीन महीनों के दौैरान भारी अफरातफरी रही। लेकिन पिछले महीने के आखिरी सप्ताहों में स्थिति में सुधार हुआ।
30 जून के बाद पुराने नोटों की गिनती बताएंगे : आरबीआई
एटीएम में पर्याप्त कैश लोडिंग के बाद यहां से कैश निकासी की सीमा खत्म कर दी गई। अब 13 मार्च से बैंक खातों से भी कैश निकासी की सीमा पूरी तरह खत्म हो जाएगी। नोटबंदी के बाद कैश की दिक्कतों की वजह से मोदी सरकार को भारी आलोचना का सामना करना पड़ा है। जाहिर है, कैश निकासी की सीमा खत्म हो जाने से सरकार राहत भरी सांस ले सकेगी।
मुंबई। आरबीआई ने कहा है बैंकों में जमा हुए 500 और 1000 रुपये के पुराने नोटों का आकंड़ा जून के बाद प्रकाशित किया जाएगा। केंद्रीय बैंक ने कहा कि इस तरह के जमा नोटों की संख्या के बारे में 30 जून के बाद बताया जाएगा। 30 जून को 500 और 1000 के नोेटों को जमा करने के सभी विंडो बंद कर दिए जाएंगे।