लाहौर। करतारपुर कॉरिडोर जब शुरू हुआ तभी तमाम सुरक्षा विशेषज्ञों ने चेताया कि इसके लिए अचानक पाकिस्तान का राजी होना बताता है कि दाल में कुछ काला है। विशेषज्ञों ने आगाह किया कि पाकिस्तानी सेना और उसकी खुफिया एजेंसी कॉरिडोर का इस्तेमाल अपने आतंकी मंसूबो खासकर खालिस्तानी आतंकवाद के लिए कर सकती हैं। अब पाकिस्तान के ही एक शीर्ष मंत्री ने कबूल किया है कि कॉरिडोर पाकिस्तानी आर्मी चीफ बाजवा के दिमाग की उपज थी और इससे भारत को नुकसान पहुंचेगा। मंत्री का यह बयान पाकिस्तान सरकार के उस दावे के उलट है कि करतारपुर कॉरिडोर का आइडिया प्रधानमंत्री इमरान खान का था।अपने बड़बोलेपन के लिए पहचाने जाने वाले और इमरान खान के करीबी माने जाने वाले पाकिस्तान के रेल मंत्री शेख रशीद ने शनिवार को कहा कि करतारपुर कॉरिडोर को खोले जाने का विचार आर्मी चीफ बाजवा के दिमाग की उपज थी। रशीद ने साथ में जोर देकर यह भी कहा कि इससे हमेशा भारत को नुकसान होगा। पाकिस्तानी मंत्री ने कहा,श्करतारपुर कॉरिडोर को खोलकर जनरल बाजवा ने भारत को जिस तरह के घाव दिए हैं उसे वह हमेशा याद रखेगा। शेख रशीद ने कहा, करतारपुर कॉरिडोर को खोलकर जनरल बाजवा ने भारत को तगड़ी चोट दी है। इस प्रॉजेक्ट के जरिए पाकिस्तान ने शांति का एक नया तरह का माहौल बनाया है और सिख समुदाय का प्यार जीता है।श्9 नवंबर को इमरान खान ने करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन किया था। सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक देव की 550वीं जयंती के मौके पर भारत के सिख श्रद्धालुओं को पहली बार करतारपुर के लिए वीजा-फ्री एंट्री मिली। कॉरिडोर के उद्घाटन पर इमरान खान ने कहा था, श्मुझे इस जगह की अहमियत के बारे में कोई अंदाजा नहीं था। मुझे एक साल पहले इसका अंदाजा हुआ। मुझे खुशी है कि हम आपके लिए यह कर रहे हैं।श् इस मौके पर भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू समेत दोनों देशों के 12,000 से ज्यादा सिख श्रद्धालु मौजूद थे। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ सरकार ने दावा किया था कि करतारपुर कॉरिडोर प्रधानमंत्री इमरान खान की पहल पर बना है।