पाक ने कबूले गुनाह तो विपक्ष पर वीके सिंह का हमला, खुले में मारने चाहिए जूते
14 फरवरी 2019 को हुए पुलवामा हमले के पीछे पाकिस्तान ने अपना हाथ होने की बात स्वीकार कर ली है। जिसके बाद भारतीय जनता पार्टी के नेता केंद्र सरकार पर सवाल उठाने वालों पर बरस पड़े और पूर्व आर्मी चीफ और मोदी सरकार में विदेश राज्य मंत्री वीके सिंह ने विपक्ष पर हमला बोला।
पाकिस्तान के कबूलनामें पर वीके सिंह ने कहा कि "यह कहना कि सरकार ने ही हमला कराया होगा और इससे पहले भी इसी पार्टी ने एक भगवा आतंक की बात की थी। एक उसका बड़ा रूप बनाना चाहा। ऐसे लोगों के ऊपर जनता को जरा भी यकीन नहीं करना चाहिए। बल्कि मैं तो यह कहूंगा कि इनको खुले में जूते लगाने चाहिए।"
बता दे जब 14 फरवरी 2019 को पुलवामा में सुरक्षाबलों के काफिले पर आतंकवादी हमला हुआ था तो विपक्ष ने नरेंद्र मोदी सरकार पर जमकर हमला बोला था। इतना ही नहीं जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूख अब्दुल्ला ने कहा था कि पुलवामा हमले के पीछे मोदी का हाथ है क्योंकि वह चुनाव जीतना चाहते थे और भारत को अनुरोध करना चाहिए कि बालाकोट हमले में नुकसान के सबूत की जांच और खुलासा करने के लिए एक संयुक्त राष्ट्र समिति का गठन किया जाए।
लेकिन हमले को लेकर पाकिस्तान की पोल तब खुली जब इमरान खान सरकार में मंत्री फवाद चौधरी ने एक बयान में यह हमला कुबूला, कहा कि पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले में पाकिस्तान का हाथ था और पुलवामा हमला पाकिस्तान की कामयाबी है। इसका श्रेय फवाद चौधरी ने इमरान खान और उनकी पार्टी पीटीआई को दिया।
उन्होंने कहा था कि पुलवामा हमला इमरान खान के लिए एक उपलब्धि है। हालांकि बवाल बढ़ने के बाद वह अपने बयान से पलट गए। और कहने लगी कि 2 वाक्ये हुए थे। एक 14 फरवरी को हुआ था जबकि दूसरा 26 फरवरी को हुआ था। मैंने अपनी स्पीच में जिस घटना का जिक्र किया है वह 26 फरवरी की है। जब हिंदुस्तान ने जुर्रत की थी पाकिस्तान की सीमा में घुसने की और हमने उसका मुंहतोड़ जवाब देते हुए आपके जहाजों को तबाह किया था और अभिनंदन को पकड़ा था।
फवाद चौधरी ने कहा कि मेरी पूरी स्पीच पढ़ेंगे या सुनेंगे तो बात क्लियर हो जाएगी। इसके साथ ही 14 फरवरी को हुए हमले का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि वह निश्चित तौर पर दहशतगर्दी थी इस पर हमारे प्राइम मिनिस्टर ने बात भी की थी। हमने आपको ऑफर किया था कि आप आइए, सबूत दीजिए, साथ में पड़ताल करते हैं। लेकिन आपने वह भी नहीं किया।