प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज पूर्वोत्तर भारत के लिए विकास का द्वार खोलेंगे। इसके तहत प्रधानमंत्री साहिबगंज में गंगा पुल व मल्टी मॉडल बंदरगाह की आधारशिला रखेंगे तो साहिबगंज -गोविंदपुर मनिहारी सड़क का शुभारंभ भी करेंगे। गंगा पुल से बिहार व झारखंड दोनों को फायदा होगा तो साहिबगंज में मल्टी मॉडल बंदरगाह वाराणसी को हल्दिया से सीधे जोड़ेगा। इससे साहिबगंज से वाराणसी और साहिबगंज से हल्दिया तक जलमार्ग से व्यापार की राह आसान होगी।
इसी तरह गोविंदपुर-साहिबगंज रोड एनएच-31 ए होते हुए सिलीगुड़ी में एशियन हाइवे से जुड़ जाएगा। एशियन हाइवे भारत के असम और त्रिपुरा होते हुए म्यांमार (वर्मा) और इंडोनेशिया से जुड़ेगा। इससे गोविंदपुर-साहिबगंज सड़क के माध्यम से धनबाद कोयलांचल म्यांमार-थाइलैंड से सीधे जुड़ जाएगा। प्रधानमंत्री मोदी साहिबगंज की जनता को करीब चार हजार करोड़ रुपयों की सौगात देंगे। वे डेयरी प्रोजेक्ट का भी शिलान्यास करेंगे। इसके अलावा सौर ऊर्जा यूनिट का भी शुभारंभ करेंगे।
साहिबगंज-मनिहारी गंगा पुल 2165 करोड़ की लागत से बनेगा, जबकि 280 करोड़ की लागत से समदा में बंदरगाह निर्माण की जिम्मेदारी एलएनटी कंपनी को दी गई है। 1300 करोड़ की लागत से साहिबगंज-गोविंदपुर पथ को बनाया गया है। साहिबगंज कोर्ट परिसर में 90 किलोवाट व सदर अस्पताल में 70 किलोवाट की सौर ऊर्जा लगाई गई है। प्रधानमंत्री गुरुवार को पूर्णिया के चूनागढ़ एयर फोर्स स्टेशन पर उतरेंगे। उनके साथ केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी भी रहेंगे। वहां से हेलीकॉप्टर से वे करीब 12.15 बजे साहिबगंज हेलीपैड पहुंचेंगे।
सभास्थल पर करीब 12.30 बजे पहुंचेंगे। यहां उनका स्वागत राज्य की कल्याण मंत्री डॉ. लुइस मरांडी करेंगी। शिलान्यास और उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री जनसभा को संबोधित करेंगे। नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री रघुवर दास भी सभा को संबोधित करेंगे। इसके बाद प्रधानमंत्री 956 नवनियुक्त पहाडि़या बटालियन को नियुक्ति पत्र देंगे और 953 सखी मंडल के बीच स्मार्ट फोन वितरित करेंगे। कार्यक्रम समाप्ति के बाद पूर्णिया होते हुए वे दिल्ली लौट जाएंगे।
जागरण संवाददाता, दुमका : गोपीकांदर में नक्सलियों ने प्रधानमंत्री की साहिबगंज यात्रा के विरोध में मंगलवार की देर रात कई जगह पोस्टर चिपका विरोध जताया है। बुधवार सुबह जैसे ही पुलिस को इसकी भनक लगी वह फौरन घटना स्थल पर पहुंच गई और सभी पोस्टरों को जब्त कर लिया। एसपी मयूर पटेल कन्हैयालाल ने कहा कि उन्हें ऐसी किसी घटना की कोई जानकारी नहीं मिली है।