भारत की चीन को एक और चोट, अब ए सी के आयात पर भी लगी रोक
शिवानी शर्मा
भारत चीन को अलग अलग तरीके से चोट देने पर लगा हुआ है। आपको बता दें हाल ही में सरकार ने रेफ्रिजरेंट्स के साथ आने वाले एसी के आयात पर भी पाबंदी लगा दी है और घरेलू मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ावा देने और गैर जरूरी सामानों के आयात में कमी लाने के लिए यह कदम उठाया गया है। जिससे चीनी कारोबारियों को बड़ा झटका लगेगा।
गौरतलब है कि देश में एसी का बाजार करीब 40 हजार करोड़ रुपये का है भारत अपनी एसी की जरुरत का करीब 28 फीसदी आयात चीन से करता है। इतना ही नहीं कई मामलों में तो एसी के 85 से 100 फ़ीसदी कंपोनेंट्स आयात किए जाते हैं।
जिसकी जानकारी देते हुए विदेश व्यापार महानिदेशालय ने एक अधिसूचना में कहा कि रेफ्रिजरेंट्स के साथ एयर कंडीशनर के आयात को लेकर नीति संशोधित की गई है। इसके तहत इसे मुक्त श्रेणी से हटाकर प्रतिबंधात्मक सूची में डाला गया है। स्प्लिट और विंडो या अन्य सभी तरह के एयरकंडीशनर के आयात पर रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही उन्होंने बताया कि भारत में जिन विदेशी कंपनियों ने अपने प्लांट लगा रखे हैं उनके कारोबार पर इसका कोई भी असर नहीं होगा।
आपको बता दें जुलाई महीने में भारत सरकार ने रंगीन टेलीविजन सेट के आयात पर भी बैन लगा दिया था। चीन से बड़े पैमाने पर कलर टीवी भारत मंगाए जाते थे। लेकिन सरकार ने उस पर तत्काल प्रभाव से रोक लगा दी है। इसके अलावा जून में सरकार ने कार, बस और मोटरसाइकिल में उपयोग होने वाले नए न्यूमेटिक टायर के आयात पर पाबंदी लगाई थी।
गौरतलब है कि सीमा पर चीनी सेनाओं की हरकतों के बाद देश में चीन के खिलाफ एक माहौल बना हुआ है। टिकटोक, वी चैट समेत चीनी बंद करने का फैसला भी लिया गया था। इतना ही नहीं भारत में चीनी कंपनियों को मिले कई टेंडर कैंसिल कर दिए गए थे। लेकिन इसके बाद भी चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है।