चिकित्सक की बड़ी लापरवाही, मरीज के पेट में छोड़ दिया सर्जिकल ब्लेड
आगरा के एक निजी अस्पताल के चिकित्सक ने में मरीज के ऑपरेशन में बड़ी लापरवाही की। चिकित्सक ने मरीज के पेट में ही सर्जिकल ब्लेड छोड़ दिया। मरीज को तकलीफ बढ़ने पर तीमादारों ने अस्पताल में शिकायत की तो गाली-गलौच कर उन्हें भगा दिया। पीड़ित ने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया। इस मामले में न्यायालय ने अस्पताल के चिकित्सक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच के आदेश दिए हैं।
मामला थाना न्यू आगरा क्षेत्र स्थित मौर्या सचखंड हॉस्पिटल का है। न्यायिक मजिस्ट्रेट रुमाना अहमद ने इलाज में लापरवाही और गालीगलौज के मामले में इस अस्पताल के डॉक्टर सिद्धार्थ धर मौर्या के खिलाफ मुकदमा दर्ज करके विवेचना के आदेश दिए हैं। आरोप है कि डॉक्टर ने पथरी का ऑपरेशन किया, लेकिन पेट में सर्जिकल ब्लेड छोड़ दिया। शिकायत करने पर गाली-गलौज करके भगा दिया था।
ललितपुर स्थित रामनगर निवासी गौरव कुशवाह ने कोर्ट में प्रार्थनापत्र दिया था। इसमें कहा कि पेट में दर्द होने पर 21 जून 2016 को बाईपास मार्ग स्थित कौशलपुर के मौर्या सचखंड हॉस्पिटल में लेप्रोस्कॉपिक कन्सल्टेंट डॉ. सिद्धार्थधर मौर्या को दिखाया। उन्होंने अल्ट्रासाउंड की सलाह दी। इस पर अल्ट्रासाउंड कराया। डॉक्टर ने पेट में पथरी बताई। डॉक्टर ने उन्हें ऑपरेशन की सलाह दी। अगले दिन ऑपरेशन कर दिया।
तीन दिन तक मरीज को भर्ती रखा
मरीज को तीन दिन तक अस्पताल में भर्ती रखा। मगर, पेट दर्द बंद नहीं हुआ। तब डॉक्टर ने दोबारा अल्ट्रासाउंड कराने के बाद दवा दे दी। इससे भी कोई फायदा नहीं हुआ। इस पर दिल्ली के एक अस्पताल में दिखाया। जांच में पता चला कि उनके पेट में सर्जिकल ब्लेड रह गया। इससे उन्हें परेशानी हो रही थी।
आरोप है कि 14 अक्तूबर 2019 को उन्होंने मौर्या अस्पताल में लापरवाही की शिकायत की। डॉक्टर ने उनसे गाली-गलौज और अभद्रता करके भगा दिया। पीड़ित ने अधिवक्ता पवन कुमार गौतम के माध्यम से कोर्ट में प्रार्थनापत्र दिया। न्यायालय ने थाना पुलिस को आरोपी चिकित्सक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच के आदेश दिए हैं।