नई दिल्ली। नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर पीएम नरेंद्र मोदी ने कहा है कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह और ममता बनर्जी समेत कई नेताओं ने पहले इसके पक्ष में बोला था। पीएम मोदी ने कहा कि पहले मनमोहन, ममता और सीपीएम के प्रकाश करात जैसे नेताओं ने पक्ष में राय दी थी।नागरिकता संशोधन कानून पर विपक्ष के विरोध प्रदर्शनों पर निशाना साधते हुए पीएम मोदी ने कहा, श्वोट बैंक की राजनीति करने वाले और खुद को भारत का भाग्य विधाता मानने वाले आज जब देश की जनता द्वारा नकार दिए गए हैं तो इन्होंने अपना पुराना हथियार निकाल लिया है- बांटों, भेद करो और राजनीति का उल्लू सीधा करो।श्इस बीच ममता बनर्जी ने भी पीएम मोदी की टिप्पणी पर पलटवार किया है। ममता बनर्जी ने कहा, श्मैं जो कहा वह भी पब्लिक फोरम में है और आपने जो कहा है, वह भी जनता के सामने है।श् पश्चिम बंगाल की सीएम ने नागरिकता संशोधन ऐक्ट और एनआरसी पर पीएम मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के बयानों में अंतर को लेकर भी निशाना साधा।ममता ने कहा, श्पीएम नरेंद्र मोदी सार्वजनिक तौर पर गृह मंत्री अमित शाह के बयान को खारिज कर रहे हैं। आखिर कौन भारत के मूल विचार को विभाजित करने का काम कर रहा है।श् जनता यह तय करेगी कि कौन सही है और कौन गलत है।इससे पहले पीएम मोदी ने ममता पर वार करते हुए कहा था, श्दीदी, अब आपको क्या हो गया? आप क्यों बदल गईं? अब आप क्यों अफवाह फैला रही हो? चुनाव आते हैं, जाते हैं, सत्ता मिलती है चली जाती है, मगर आप इतना क्यों डरी हो।श्पीएम मोदी ने रामलीला मैदान से नागरिकता संशोधन कानून पर बोलते हुए कहा कि बंगाल की जनता पर भरोसा करो, बंगाल के नागरिकों को आपने दुश्मन क्यों मान लिया है? उन्होंने कहा कि कुछ साल पहले तक यही ममता दीदी संसद में खड़े होकर गुहार लगा रहीं थीं कि बांग्लादेश से आने वाले घुसपैठियों को रोका जाए, वहां से आए पीड़ित शरणार्थियों की मदद की जाए।