उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों के बाद जदयू ने राजद को अल्टीमेटम दिया है कि वो जल्द तेजस्वी यादव का इस्तीफा दिलवाए, लेकिन इसपर राजद ने अबतक कोई फैसला नहीं दिया है। इसके बाद आज जदयू ने धमकी देते हुए कहा है कि राजद इस मामले पर जल्द फैसला लें।
जदयू के नेता नीरज कुमार ने कहा कि जब राजद के नेताओं और विधायकों, जैसे शहाबुद्दीन और राजवल्लभ यादव सहित अन्य नेताओं पर जदयू ने जो स्टैंड लिया उसपर सबने नीतीश की सराहना की, लेकिन जब बात तेजस्वी यादव पर आई है तो अब नीतीश कुमार का फैसला गलत लग रहा है, उन्होंने कड़ा रूख दिखाते हुए कहा कि राजद तेजस्वी से जल्द इस्तीफा ले, इसके अलावे कोई चारा नहीं।
वहीं, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव के मुद्दे पर पार्टी ने यह भी साफ किया कि तेजस्वी अपने पद पर बने रहेंगे। किसी भी हाल में इस्तीफा नहीं देंगे। राजद ने दावा किया कि 2019 का लोकसभा चुनाव नरेंद्र मोदी और अमित शाह के लिए बेहद खतरनाक होगा। बिहार से भाजपा साफ है, अबकी इसे पूरे देश से उखाड़कर फेंक दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का नाम लिए बगैर राजद के मुख्य राष्ट्रीय प्रवक्ता मनोज झा ने कहा कि एक अणे मार्ग में जो व्यक्ति बैठा है, वह काफी संवेदनशील है। भाजपा की साजिश को अच्छी तरह समझता है। राजद प्रवक्ता के मुताबिक तेजस्वी यादव का इस्तीफा जदयू को नहीं, बल्कि भाजपा को चाहिए।
मनोज झा ने महागठबंधन में किसी तरह की तनातनी से इनकार किया और कहा कि तीनों दल एक हैं। सरकार एकजुट है। तेजस्वी के इस्तीफे का सवाल ही नहीं उठता है।
उन्होंने कहा कि जन अदालत में तेजस्वी से सफाई की जदयू की मांग पर मनोज ने कहा कि 27 अगस्त की रैली में हम विपक्ष को स्वर देने वाले हैं। जनता के सामने अपनी बात उसी दिन रखेंगे। राजद प्रवक्ता ने दावा किया कि पब्लिक को पता है कि भाजपा सरकार की पूरी कवायद लालू के कुनबे को दबाने का प्रयास है।
लालू परिवार की ताजा परेशानी के पीछे मनोज ने भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को जिम्मेवार ठहराया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार के इशारे पर सीबीआई, आईटी और ईडी काम कर रही है। लालू यादव के ठिकानों पर छापे के सवाल पर उन्होंने अधिकारियों को निर्दोष बताया और कहा कि वे लोग हुकूमत की कठपुतली बने बैठे हैं।