शोधकर्ताओं ने खून के जांच की एक नई विधि की खोज की है, जिससे 15 साल पहले ही दिल की बीमारी का पता लगाया जा सकेगा। इडिनबर्ग और ग्लासगो यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं के मुताबिक खून के जांच की नई विधि 'ट्रापोनिन टेस्ट' है। उन्होंने कहा, खून की जांच कोलेस्ट्राल और रक्तचाप के परीक्षण से ज्यादा कारगर है। जांच का यह नया तरीका डॉक्टरों को समय रहते इलाज करने और लाखों मरीजों को हृदयाघात के चलते मृत्यु से बचाने में कारगर होगा। शोधकर्ताओं ने इस टेस्ट का परीक्षण अभी सिर्फ पुरुष मरीजों पर ही किया है हालांकि ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन ने कहा कि यह महिला मरीजों के लिए भी कारगर है।
प्रोटीन का रिसाव होता है
जब हृदय की मांसपेशियां खराब होना शुरू होती हैं तो उनमें से एक प्रोटीन 'ट्रापोनिन' खून में मिलना शुरू हो जाता है। ट्रापोनिन की बढ़ती मात्रा हृदयाघात के खतरे को 25 फीसदी बढ़ा देती है। खून के जांच से इसका पता लगाया जा सकता है और समय रहते इलाज शुरू हो सकता है। प्रोफेसर निकोलस मिल्स के मुताबिक, जिन लोगों के खून में ट्रापोनिन की मात्रा अधिक होती है उनके मौत का खतरा अधिक होती है।
420 रुपये में परीक्षण
खून की जांच काफी सस्ती है। इसके लिए सिर्फ 420 रुपये (पांच यूरो) ही खर्च करने होंगे और टेस्ट में सिर्फ 30 मिनट का समय लगेगा। शोध से जुड़े प्रोफेसर डेविड न्यूबाई ने कहा, ट्रापोनिन शरीर में एक मापदंड की तरह है इसका बढ़ना दिल के लिए घातक है। डॉक्टर टिम शिको ने कहा, अबतक दिल से जुड़ी बीमारियों का समय से पहले पता लगा पाना काफी मुश्किल था। लेकिन नए परीक्षण से यह संभव है। यह शोध जर्नल आफ द अमेरिकन कालेज आफ कार्डियोलॉजी में प्रकाशित हुआ है।