मेरठ। बाप-दादा की विरासत में किसी को जमीन-जायदाद मिलती है। किसी को अच्छे संस्कार। यूपी के मेरठ शहर में इन सबसे परे एक इंसान को विरासत में ‘जल्लादी’ मिली है। चर्चा है कि अब इसी परिवार का पवन जल्लाद (चैथी पीढ़ी) निर्भया केस के चारों दोषियों को तिहाड़ जेल में फांसी देगा। चारों दोषियों को 22 जनवरी की सुबह 7 बजे फांसी पर लटकाया जाएगा और इसकी तैयारी भी चल रही है।
देश में इस परिवार को लोग जल्लादों के परिवार के रूप में जानते-पहचानते हैं। 1950-60 के दशक में इस परिवार की पहली पीढ़ी के मुखिया लक्ष्मण देश में मुंसिफों (अदालतों) द्वारा सजायाफ्ता करार दिए गए मुजरिमों को फांसी पर चढ़ाने का काम करते थे। अब उन्हीं लक्ष्मण जल्लाद का परपोता यानी, लक्ष्मण के मरहूम जल्लाद बेटे कालू राम जल्लाद के बेटे का बेटा (चैथी पीढ़ी) पवन जल्लाद अपनी जिंदगी की पहली फांसी देने की तैयारी में जुटा है।पवन जल्लाद ने इससे पहले करीब पांच फांसियों के दौरान दादा कालू राम जल्लाद का सहयोग किया था। उन पांच फांसी लगवाने के दौरान पवन ने फांसी लगाने की बारीकियां दादा कालू राम जल्लाद से सीखी थीं। अब निर्भया के चारों हत्यारों को फांसी पर लटकाना पवन जल्लाद का अपनी जिंदगी में अपने बलबूते सजायाफ्ता को फांसी पर लटकाने का पहला अनुभव होगा।