यूपी गेट पर जुटने लगे सभी जिलों से किसान, बसा दिया गांव
किसान आंदोलन के मंगलवार को 20 दिन हो गए। यूपी गेट पर किसानों की संख्या तेजी से बढ़ने लगी है। प्रदेश के विभिन्न जिलों और उत्तराखंड से किसान ट्रैक्टर-ट्रॉली से यहां पहुंच रहे हैं। किसानों के कई जत्थे रास्ते में हैं। किसानों ने यूपी गेट पर पूरा गांव बसा लिया है। यहां जरूरत के हर समान की व्यवस्था है।
मंगलवार को दो दर्जन से अधिक ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में किसान यूपी गेट पर पहुंचे। कासगंज, शाहजहांपुर, गजरौला, इटावा, बांदा, पीलीभीत और उधमपुर से किसान पहुंच रहे हैं। यूपी गेट पर फ्लाईओवर से लेकर हिंडन नहर पुल तक सड़क के दोनों तरफ ट्रैक्टर-ट्रॉलियों की लाइन लग गई है। किसानों ने यूपी गेट को गांव का रूप दे दिया है। फ्लाईओवर के नीचे झोपड़ी बना ली है। ट्रैक्टर-ट्रॉलियों को भी झोपड़ी का रूप दिया है। जिसमें सोने की व्यवस्था की गई है। कई जगह पर किसान तंबू लगाकर एक साथ रह रहे हैं। मनोरंजन के लिए कई किसानों ने टीवी की भी व्यवस्था की है।
उधर, किसान संगठन के नेता भी लगातार किसानों से यूपी गेट पर जुटने का आह्वान कर रहे हैं। भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने भी रविवार को किसानों से आह्वान किया था कि सोमवार को जिला मुख्यालय घेरने के बाद किसान यूपी गेट पर पहुंचें। सोमवार शाम से लगातार किसानों की संख्या बढ़नी शुरू हो गई है।
लगे हैं एक दर्जन से अधिक लंगर
यहां पर एक दर्जन से अधिक जगहों पर भोजन तैयार होता है। सुबह से लेकर रात तक खाने की व्यवस्था की जाती है। किसानों के लिए तरह-तरह के पकवान तैयार होते हैं। बढ़ती ठंड को देखते हुए देर रात तक किसानों के लिए चाय की व्यवस्था रहती है। बीमार किसानों के लिए कई अस्पताल मेडिकल सेवा भी मुहैया करा रहे हैं।